पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: शिवालिक नगर पालिका में इस बार कांग्रेस ने भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाकर जनता के बीच खड़ा कर दिया है। अभी तक की रैलियां और जनसभा में कांग्रेस ने पालिका अध्यक्ष राजीव शर्मा पर लगे करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार कहा वाला देते हुए विकास के नाम पर वोट की अपील की है। दरअसल शिवालिक नगर शिक्षित मतदाताओं का गढ़ है हर जनसभा में भ्रष्टाचार का मुद्दा सामने लाने पर मतदाताओं पर इसका असर दिख रहा है। शिवालिक नगर के आम लोगों की चर्चाओं में भ्रष्टाचार की गूंज सुनाई पड़ रही है। दूसरी तरफ भाजपा के रणनीतिकार इसका तोड़ नहीं ढूंढ़ पा रहे हैं। उन्हें समझ ही नहीं आ रहा है कि करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार जिन पर जिलाधिकारी ने जांच बताई हो और जो मामला उस समय लगातार मीडिया की सुर्खियां बना रहा हो, उस पर आखिर जनता की अदालत में क्या जवाब दें..? इस मुद्दे को लेकर राजीव शर्मा के साथ-साथ भाजपा की भी फजीहत हो रही है। ऐसे में यह तय है कि यदि शिवालिक नगर के मतदाताओं ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अपने वोट की चोट की तो भाजपा के गले की फांस बनना तय है।
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भ्रष्टाचार के आरोप: मुख्य मुद्दे….1:- करोड़ों के वित्तीय घोटाले:
नगर पालिका में विकास कार्यों के टेंडरों और खरीद-फरोख्त में 4-5 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। दिसंबर 2023 में जांच कमेटी गठित की गई, लेकिन कार्रवाई अब तक ठंडे बस्ते में है।
2:- कुंभ मेले के टेंडरों में गबन:
2021 के कुंभ मेले के दौरान हाउस कीपिंग सफाई के टेंडरों के जरिए करोड़ों रुपये का गबन हुआ। आरटीआई कार्यकर्ताओं ने फर्जी बिल पास करने और नेताओं-अधिकारियों की मिलीभगत का खुलासा किया।
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राजनीतिक समीकरण और भाजपा की चुनौती….भाजपा ने एक बार फिर राजीव शर्मा को अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया है, जबकि उन पर घोटालों के आरोप हैं। पार्टी के इस फैसले से अंदरूनी खींचतान बढ़ गई है, और भीतरघात की आशंका प्रबल है। कांग्रेस इस स्थिति को भुनाने की कोशिश कर रही है और जनता के बीच भ्रष्टाचार को बड़ा मुद्दा बना रही है।
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कांग्रेस का चुनावी हमला…..कांग्रेस प्रत्याशी महेश प्रताप राणा और जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा समेत लगभग सभी पार्टी नेताओं का मानना है कि शिवालिक नगर की उच्च शिक्षित जनता भ्रष्टाचार और सदाचार के मुद्दे पर सोच समझकर अपने वोट का इस्तेमाल करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि निवर्तमान अध्यक्ष ने 5 साल केवल अपनी तिजोरी भरने का काम किया है भ्रष्टाचार के मामले इसका ज्वलंत उदाहरण हैं।नगर पालिका में विकास कार्य ठप पड़े हैं और जनता के धन का दुरुपयोग हुआ है।
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भ्रष्टाचार पर कार्रवाई की मांग….स्थानीय संगठनों और आरटीआई कार्यकर्ताओं ने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस जनता के बीच यह सवाल भी उठा रही है कि इतने बड़े घोटालों के बावजूद कार्रवाई क्यों नहीं हो रही।