शहर सीट पर कांग्रेस का सर्वे: ब्रह्मचारी व शर्मा में जंग, पालीवाल, भास्कर भी दौड़ में….
दिल्ली से पहुंची सर्वे टीम ने जांचा दावेदारों का दम,, कांग्रेस के टिकट पर भाजपा के दिग्गजों की निगाहें...
पंच👊नामा ब्यूरो
हरिद्वार: कांग्रेस ने देर से ही सही आखिरकार दावेदारों की जमीनी पकड़ नापने का काम शुरू कर दिया है। दिल्ली से आई एक सर्वे टीम ने मंगलवार को हरिद्वार शहर सीट पर घूम घूम कर दावेदारों का दम जांचा। सूत्र बताते हैं कि दावेदारी में सतपाल ब्रह्मचारी अव्वल, तो पैराशूट दावेदार बताए जा रहे आलोक शर्मा दूसरे नंबर पर आकर डट गए हैं। खास बात यह है कि रानीपुर सीट पर टिकट के दावेदार माने जा रहे डा. संजय पालीवाल हरिद्वार सीट से भी टिकट की दौड़ में शामिल हैं। वहीं युवा नेता अनिल भास्कर भी मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं। सर्वे से इतर बात करें तो महापौर अनिता शर्मा के पति अशोक शर्मा भी टिकट पर दावा ठोक चुके हैं। कांग्रेस में टिकट को लेकर चल रही इस प्रक्रिया पर भाजपा के दिग्गज पैनी नजर बनाए हुए हैं।
साल 2012 में हरिद्वार विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी बीते 2017 के चुनाव में भी टिकट के प्रबल दावेदारों में शामिल थे। लेकिन ऐन वक्त पर जयराम पीठाधीश्वर ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी को टिकट लाकर सबको चौंका दिया था। इस बार ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी टिकट की दौड़ में सीधे तौर पर शामिल नहीं हैं, लेकिन हरिद्वार की राजनीति में अचानक सक्रिय हुए आलोक शर्मा की दावेदारी को ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की इन-डायरेक्ट दावेदारी से जोड़कर देखा जा रहा है क्योंकि आलोक शर्मा कांग्रेस के संत नेता ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी के करीबी बताए जा रहे हैं और बहुत तेजी से हरिद्वार सीट पर अपनी पकड़ बनाने में जुटे हुए हैं। यही वजह है कि कांग्रेस का एक धड़ा आलोक शर्मा को मन से अपना दावेदार मान चुका है। ऐसे में एक बार फिर सतपाल ब्रह्मचारी की राह ना-मुमकिन तो नहीं, लेकिन मुश्किल हो गई है। सोमवार को दिल्ली से आई कांग्रेस की एक सर्वे टीम में हरिद्वार के अलग-अलग हिस्सों में जाकर दावेदारों के नामों पर चर्चा की। सतपाल ब्रह्मचारी शहर के हर हिस्से में जाने और पहचाने जाते हैं। लेकिन आलोक शर्मा ने चंद दिनों में बड़े-बड़े होर्डिंग, बैनर व पोस्टरों से शहर को पाटकर तेजी से अपनी पहचान बनाई है। इसलिए टिकट की दौड़ में सतपाल ब्रह्मचारी के बाद आलोक शर्मा ही दूसरे नंबर पर बताए जा रहे हैं। हालांकि कांग्रेस समर्थक और पुराने कार्यकर्ता आलोक शर्मा को बाहरी बता कर दावेदारी खारिज करने में जुटे हुए हैं। रानीपुर सीट के बाद संजय पालीवाल की हरिद्वार सीट पर भी दावेदारी बाकी दावेदारों के लिए हैरानी का सबब बन रही है। चूंकि, डा. संजय पालीवाल की कांग्रेस के ऊपरी छोर पर पकड़ से हर कोई वाकिफ है। इनके अलावा अनिल भास्कर युवा तुर्क होने के साथ ही शहर की राजनीति में खासे सक्रिय हैं और समय-समय पर जन सरोकारों से जुड़े मुद्दे उठाते रहते हैं। इसलिए टिकट पर उनका दावा भी मजबूत माना जा रहा है। इन नामों के अलावा महापौर अनीता शर्मा के पति अशोक शर्मा टिकट पर अपनी दावेदारी अलग-अलग जगहों पर मजबूत तरीके से ठोक रहे हैं। कांग्रेस की सर्वे टीम को इन सभी नामों के बारे में अलग-अलग फीडबैक मिला है। देखना यह होगा कि क्या सतपाल ब्रह्मचारी इस बार टिकट लेने में कामयाब हो पाते हैं, या फिर 2017 का समीकरण उनके सामने आता है। खास बात यह है कि कांग्रेस टिकट की गुणा भाग पर कांग्रेस से ज्यादा भाजपा नेता नजर बनाए हुए हैं। चूंकि भाजपा के लिए इस बार मुकाबला पिछले चुनाव की तुलना में जोरदार होगा या फिर कांग्रेस को आसानी से पटखनी दी जा सकेगी, यह सब टिकट बंटवारे पर निर्भर करता है।