बिजली के दामों में बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेसियों का फूटा गुस्सा, दफ्तर के बाहर किया धरना-प्रदर्शन..
आमजनता मंहगाई से त्रस्त, सरकार के दावे हवाहवाई: ब्रह्मचारी
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: ऊर्जा प्रदेश में लगातार हो रही बिजली दरों में वृद्धि को लेकर जिला महानगर कांग्रेस ने हरिद्वार नगर निगम स्थित बिजली दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए महानगर कांग्रेस अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी और कार्यकारी अध्यक्ष अमन गर्ग ने कहा कि एक ओर बिजली वृद्धि कर आम जनता पर महंगाई का बोझ डाला जा रहा है और दूसरी ओर 400 पार का नारा देने वाले घबराहट में कांग्रेस के बैंक खाते सीज कराकर लोकतंत्र का गला घोंट रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी प्रकोष्ठ मुरली मनोहर और वरिष्ठ नेता ओ.पी चौहान ने कहा कि बिजली के दामों में वृद्धि से आम जन को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है, जिससे आम जन में भारी रोष है। अगर जल्द ही सरकार ने बढ़े दाम वापिस नहीं लिए तो कांग्रेस बड़े आंदोलन की रूपरेखा बनाएगी। निवर्तमान पार्षद राजीव भार्गव और युवा नेता वरुण बालियान ने कहा कि बिजली के दामों में वृद्धि से जनता में आक्रोश है और दूसरी तरफ भाजपा सरकार विपक्ष के नेताओं की आवाज दबाने का काम कर रही है। वरिष्ठ नेता महेश प्रताप राणा और निवर्तमान पार्षद कैलाश भट्ट ने कहा कि भाजपा सरकार पूंजीपतियों की सरकार है और इनका कोई सरोकार आमजन से नहीं है। चाहे बिजली दरों में वृद्धि की बात हो या पानी की दरें हो हर ओर जनता महंगाई से त्रस्त है। नगर अध्यक्ष अंकित चौहान और ब्लॉक अध्यक्ष विकास चंद्रा ने कहा कि बिजली की दरों में बढ़ोतरी कम नहीं हुई तो कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक सरकार को घेरने का काम करेगी। प्रदर्शन में मुख्य रूप से ब्लाॅक अध्यक्ष अमित नौटियाल, विमल शर्मा साटू, कार्यकारी ब्लॉक अध्यक्ष नितिन यादव, निवर्तमान पार्षद उदयवीर सिंह चौहान, पूर्व अध्यक्ष अंजू द्विवेदी, महानगर महासचिव तरूण व्यास, महानगर उपाध्यक्ष दीपक कपूर, बलराम गिरि कड़क, पवन शर्मा, मनोज सैनी, मधुकांत गिरि, मण्डलम अध्यक्ष अजय गिरि, रवि ठाकुर, शिवम नैथानी, मनोज जाटव, दीपक गौनियाल, भरत ठाकुर, रिषभ वशिष्ठ, समर्थ अग्रवाल, अंकित चौधरी, सागर बत्रा, ओम मलिक, अशोक गुप्ता, मोहन सिंह राणा, दीपक पाण्डेय, शुभम जोशी, अरूण राघव, नवीन सैंस, धनीराम शर्मा, निखिल सौदाई, सौरभ सैनी आदि कांग्रेस जन उपस्थित रहे।