धर्म-कर्महरिद्वार

11 साल के अदीब ख्वाजा ने रोज़ा रखकर किया खुदा को राज़ी..

गर्मी की शिद्दत के बावजूद रमजान को लेकर बच्चों में भी भरपूर जोश..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: रहमतों और बरकतों के माह रमजान में रोजा रखने वालों पर अल्लाह की रहमत की बारिश होती है। कुरआन के मुताबिक रमजान माह में अल्लाह हर एक नेकी के बदले नेकियों का 70 गुना सवाब अता फरमाते हैं। रमजान का रोजा बड़ों के साथ-साथ नन्हे मासूम बच्चे भी रख रहे हैं। शहर के हज्जाबान मोहल्ला निवासी मुर्शद ख्वाजा के 11 साल का बेटे अदीब ख्वाजा ने भी पहला रोजा रखा। अदीब ख़्वाजा ज्वालापुर शहर में बंजारा बिरादरी के सदर चौधरी मुस्तफ़ा ख्वाजा के छोटे भाई मुर्शद ख्वाजा का फ़रज़न्द है। अदीब ने परिवार के साथ पहले सहरी खाई उसके बाद रोजे की नीयत के साथ रोजा शुरू किया, तपती धूप के कारण हल्की प्यास का अहसास हुआ लेकिन अदीब ने खुदा की रजा के लिए रोजा मुकम्मल किया औऱ पूरे परिवार के साथ रोजा इफ्तार किया। अदीब ने रोजा रखने के साथ-साथ पूरे दिन इबादत की। अदीब ख्वाजा ने बताया कि अल्लाह को खुश करने के लिए इस गर्मी में भूख और प्यास को बर्दाश्त किया। अदीब के रोजा रखने से घर में खुशी का माहौल है। मुबारक मौके पर घर में खास पकवान तैयार किए गए। अदीब ने बताया रोजा रखकर उसे बेहद खुशी मिली है आगे और भी रोजे रखूंगा। अदीब के बड़े पापा चौधरी मुस्तफ़ा ख्वाजा ने बताया कि यह बेहद खुशी की बात है कि बच्चे इबादत में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। अदीब के रोजा रखने पर सबको इंतहाई खुशी हुई है। अदीब के वालिद मुर्शद ख्वाजा और चाचा अरशद ख्वाजा ने बताया अदीब के रोजा रखने की जिद पर उसे रोजा रखवाया गया और उसने पूरे दिन नमाज और तालीम के साथ रोजा मुकम्मल किया। अदीब के दादा-दादी, चाचा-चाची समेत परिवार के सदस्यों ने रोजा रखने पर उसकी हौसला अफजाई करते हुए दुआओं से नवाजा है।

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