“नकल माफिया हाकम सिंह की गिरफ्तारी के बावजूद पेपर लीक होने के आरोप, उठे सवाल..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षाओं पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। स्नातक स्तरीय परीक्षा का प्रश्नपत्र रविवार को कथित तौर पर लीक होने का मामला सामने आया है। बेरोजगार संघ ने दावा किया है कि उनके पास परीक्षा शुरू होने के कुछ ही देर बाद प्रश्नपत्र के अंश पहुँच गए थे।संघ के पदाधिकारियों ने प्रेस वार्ता कर सबूत के तौर पर पेपर के कुछ हिस्से भी दिखाए। उनका कहना है कि यह अंश सुबह 11 बजकर 35 मिनट पर ही मोबाइल पर प्राप्त हो गए थे, जबकि परीक्षा 11 बजे से शुरू होकर दोपहर 1 बजे तक आयोजित हुई थी।
आरोप यह भी है कि हरिद्वार जिले के एक परीक्षा केंद्र पर बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के दौरान कुछ दस्तावेज बाहर भेजे गए। यहां तक कि बी-सीरीज की बुकलेट से कुछ प्रश्नों की फोटो खींचकर व्हाट्सएप के जरिए बाहर भेजे जाने की बात भी सामने आ रही है।
बेरोजगार संघ ने कहा कि यह घटना आयोग की परीक्षा प्रणाली की पोल खोलती है। उनका सवाल है कि जब कथित नकल माफिया हाकम सिंह को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, तब भी पेपर लीक जैसी घटनाएं कैसे हो रही हैं।
इससे यह साफ है कि नकल माफिया का नेटवर्क अभी भी सक्रिय है और परीक्षाओं की निष्पक्षता खतरे में है।हालांकि, इन आरोपों की पुष्टि फिलहाल नहीं हुई है। लेकिन आज की इस घटना से अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षाओं की पारदर्शिता और विश्वसनीयता एक बार फिर कटघरे में आ खड़ी हुई है।
इधर हरिद्वार पहुंचे बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पवार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनको एसओजी ऑफिस रानीपुर ले जाया गया। जहां बड़ी संख्या में उनके समर्थक पहुंच गए और हंगामा हुआ।
ऐसा बताया गया है कि बॉबी कुमार से इस संबंध में पूछताछ की जा रही है कि उनके पास पेपर कहां से आया और वायरस कैसे हुआ।