हरिद्वार

कांवड़ मेले में “राउंड द क्लॉक” सफाई: गंदगी दिखते ही व्हाट्सएप पर फोटो भेजेंगे ड्रोन कैमरे, तुरंत पहुंचेंगे कर्मचारी..

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विशेष निर्देश पर कांवड़ मेले में चाक-चौबंद सफाई व्यवस्था के लिए नगर निगम की हाईटेक प्लानिंग, ड्रोन से होगी निगरानी..

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पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: कांवड़ यात्रा 2025 को सफल और स्वच्छ बनाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विशेष निर्देश पर इस बार नगर निगम हरिद्वार ने हाईटेक स्तर पर तैयारी की है। जिसके तहत न केवल अतिरिक्त सफाईकर्मी तैनात किए गए हैं, बल्कि 24 घंटे निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों का भी सहारा लिया जाएगा। ड्रोन कैमरे घूम-घूम कर सफाई व्यवस्था की निगरानी करेंगे। गंदगी नजर आते ही लोकेशन समेत इसकी फोटो सफाई कर्मचारियों के व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजेंगे। इसके बाद फौरन ही सफाई कर्मचारी उसे स्थान को स्वच्छ बना देंगे।
—————————————नगर आयुक्त नंदन कुमार ने बताया कि घाटों की निगरानी के लिए पहली बार ड्रोन सेवा शुरू की गई है। एक आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से ली गई इस सेवा के तहत ड्रोन कैमरे घाटों और मुख्य मार्गों की हवाई निगरानी कर रहे हैं। यदि कहीं गंदगी पाई जाती है, तो ड्रोन उसकी तस्वीर और लोकेशन के साथ नगर निगम के अधिकृत व्हाट्सएप ग्रुप पर तुरंत भेजता है। यह ग्रुप संबंधित सफाई निरीक्षकों और सुपरवाइजरों से जुड़ा हुआ है, जो सूचना मिलते ही तुरंत कार्रवाई करते हैं। इससे सफाई व्यवस्था त्वरित, पारदर्शी और उत्तरदायी बनी है। ड्रोन की मदद से हर घाट पर स्थिति की सीधी मॉनिटरिंग हो रही है।
—————————————नगर निगम ने मेले के लिए विशेष सफाई प्लान तैयार किया है, जिसमें प्रत्येक घाट और सेक्टर में नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं। ये अधिकारी सफाई के साथ-साथ अतिक्रमण पर भी नजर बनाए हुए हैं। हर घाट पर अतिरिक्त सफाईकर्मी तैनात किए गए हैं, जबकि सुपरवाइजरों की जिम्मेदारी शिफ्टवार तय की गई है।
—————————————नगर आयुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्राथमिकता के अनुरूप तीर्थनगरी की गरिमा बनाए रखने के लिए नगर निगम पूरी तरह प्रतिबद्ध है। केवल मानवीय संसाधनों पर निर्भर रहने के बजाय तकनीक को साथ जोड़कर स्वच्छता व्यवस्था को अधिक प्रभावी और जवाबदेह बनाया गया है। नगर निगम की यह पहल आने वाले वर्षों के लिए तीर्थनगरी में मेले आयोजन का एक मॉडल बन सकती है, जिसमें प्रशासनिक मुस्तैदी के साथ टेक्नोलॉजी का बेहतर तालमेल नजर आ रहा है।

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