रक्तदान से सम्मान तक: ब्लड वॉलंटियर्स हरिद्वार ने रचा इतिहास..
25,000 यूनिट रक्त और 60 नेत्रदान के साथ जयपुर में मिला राष्ट्रीय सम्मान, हरिद्वार की टीम ने बनाई खास पहचान..
पंच👊नामा-ब्यूरो
जयपुर: ब्लड वॉलंटियर्स हरिद्वार टीम के लिए यह गौरव का क्षण है, कि उन्हें भारत रक्तदान एनजीओ कॉन्क्लेव – 2024 में राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सम्मान से नवाज़ा गया है। यह आयोजन स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, और अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के सहयोग से किया गया।हरिद्वार ब्लड वॉलिंटियर्स के संस्थापक सदस्य अनिल अरोड़ा ने बताया कि पूरे उत्तराखंड से सिर्फ दो टीमों को चुना गया था, और गढ़वाल मंडल से ब्लड वॉलंटियर्स हरिद्वार टीम को रक्तदान के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
संस्थापक सदस्य शेखर सतीजा ने बताया कि टीम ने अब तक 390 शिविरों के माध्यम से 25,000 से अधिक यूनिट रक्त एकत्र किया है और आपातकालीन स्थितियों में नियमित रूप से रक्तदान किया है।
ब्लड वॉलंटियर्स हरिद्वार टीम पिछले 13 वर्षों से रक्तदान के क्षेत्र में सक्रिय है। इसके अलावा, पिछले दो सालों से टीम ने नेत्रदान के क्षेत्र में भी अपनी उपस्थिति दर्ज की है और अब तक 60 से अधिक नेत्रदान करवा चुकी है। टीम के कुछ सदस्यों ने स्वयं अपने परिवार से नेत्रदान करवाकर समाज के लिए एक मिसाल पेश की है, जिससे लोगों में नेत्रदान के प्रति जागरूकता बढ़ी है।
इस सम्मान को जयपुर में अनिल झांब, शेखर सतीजा और टीम के सबसे युवा सदस्य तुषार गाबा ने प्राप्त किया। ब्लड वॉलंटियर्स हरिद्वार के अनिल अरोड़ा ने बताया कि यह सेवा कार्य पिछले 13-14 सालों से हो रहा है, जो टीम और हरिद्वार के रक्तवीरों के सहयोग के बिना संभव नहीं था।
उन्होंने सभी सहयोगियों का दिल से धन्यवाद दिया। गौरतलब है कि टीम को इससे पहले भी उत्तराखंड, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, महाराष्ट्र, चंडीगढ़, हरियाणा और मध्य प्रदेश में सम्मानित किया जा चुका है।