मुस्लिम फंड गोलमाल में रज्जाक सहित तीनों आरोपियों पर गैंगस्टर का मुकदमा..
पुलिस कप्तान अजय सिंह के निर्देश पर हुई कार्रवाई, जब्त होगी आरोपियों की संपत्ति..

पंच👊नामा-ब्यूरो
विकास कुमार, हरिद्वार: ज्वालापुर के चर्चित मुस्लिम फंड प्रकरण में मास्टरमाइंड अब्दुल रज्जाक सहित तीनों आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की गई है।

पुलिस कप्तान अजय सिंह के निर्देश पर ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा की ओर से यह मुकदमा दर्ज कराया गया है। पूरा मामला करोड़ों की धोखाधड़ी से जुड़ा है, इसलिए गैंगस्टर एक्ट में आरोपियों की संपत्तियां जब्त की जाएंगी। पिछले दिनों ज्वालापुर में कई दशक से मुस्लिम फंड चला रहा हाफिज अब्दुल रज्जाक अचानक भूमिगत हो गया था। जिसके बाद हजारों खातेदारों ने हंगामा करते हुए रकम दिलाने की मांग की थी।

मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस और एसओजी की टीम ने कई दिन की मशक्कत कर मुख्य आरोपी अब्दुल रज्जाक सहित नसीम उर्फ मुन्ना व मसरूर निवासी ग्राम सराय को गिरफ्तार कर करोड़ों की धोखाधड़ी का खुलासा किया था।

पुलिस की जांच में पता चला कि अब्दुल रज्जाक ने लोगों की गाढ़ी कमाई को अपने लालच के चलते धन को दोगुना करने के लालच में गंवा दिया। हालांकि, रज्जाक व उसके साथियों को करोड़ों की चपत लगाने वाले उत्तर प्रदेश के संभल और मुंबई निवासी हम बाकी आरोपी अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।

जबकि, काफी प्रयास के बावजूद जमानत नहीं मिलने के कारण रज्जाक व उसके दोनों साथी अभी भी रोशनाबाद जेल में बंद हैं। इस मामले की जांच कर रहे इंस्पेक्टर प्रमोद उनियाल की तरफ से तीनों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। गोलमाल आम लोगों के करोड़ों रुपयों से जुड़ा होने के चलते एसएसपी अजय सिंह ने गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

जिस पर ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा की ओर मास्टरमाइंड अब्दुल रज्जाक व उसके साथी नसीम उर्फ मुन्ना और मसरूर के खिलाफ ज्वालापुर कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस मुकदमे के तहत जिलाधिकारी के आदेश पर आरोपियों की संपत्तियां जब्त की जाएंगी।

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि अवैध रूप से धन अर्जित कर जुटाई गई संपत्तियों को जब्त करने के लिए मुस्लिम फंड प्रकरण के आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की गई है। अवैध धन से खरीदी गई संपत्तियां आरोपियों के रिश्तेदारों, साझेदारों के नाम पाई जाती हैं, तो उनकी भी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।