पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: छह दिन तक नो एंट्री का बोर्ड टांगकर इंतजार कराने के बाद कांग्रेस ने आखिरकार हरक सिंह रावत के लिए दरवाजे खोल दिए। देसी भाषा में कहें तो एड़िया रगड़वाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ही हरक सिंह रावत का स्वागत किया। खास बात यह है कि हरक सिंह रावत अपने साथ पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत को भी कांग्रेस में ले गए हैं।
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को पिछले सप्ताह भाजपा ने कांग्रेसी वापसी की चर्चाओं के बीच पार्टी से निकाल दिया था। हालांकि हरक सिंह रावत का कहना था कि पार्टी ने उनके साथ ज्यादती की है। मगर उन्होंने यह भी कहा था कि अब वह जरूर कांग्रेस में जाएंगे। खुले दिल से माफी मांगने के बावजूद हरीश रावत हरक की एंट्री पर वीटो लगाए हुए थे। जिसके चलते चार-पांच दिन हरक सिंह रावत कांग्रेस और भाजपा के बीच ही लटके रहे। छीछालेदर होने पर यह चर्चा भी हुई थी हरक सिंह रावत वापस भाजपा में जा सकते हैं। हाईकमान के बीच-बचाव कराने के बाद आखिरकार शुक्रवार को हरक सिंह रावत की कांग्रेस में वापसी हो गई है। कांग्रेस से जुड़े सूत्र बताते हैं कि शुक्रवार रात तक कांग्रेस की लिस्ट आती है तो उसमें हरक सिंह रावत और उनके पुत्र वधू का नाम शामिल हो सकता है। पूर्व मंत्री हरक सिंह की दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की मौजूदगी में वापसी हुई है। दिन इंतजार कराने के बाद हर एक को पार्टी के रकाबगंज स्थित वार रूम में बुलाया गया था। वहीं पर हरक सिंह रावत को कांग्रेस में शामिल किया गया। हरीश रावत के अलावा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह आदि भी वहां मौजूद रहे।