
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: कांवड़ मेले के बीच कनखल क्षेत्र में रातों-रात जेसीबी से दुकान ढहाने की घटना पूरे पंचपुरी में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग हैरान हैं कि मेले के दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है, लॉ एंड आर्डर को लेकर चौकसी के दावे किए जा हैं, फिर दबंगों ने इत्मीनान से किस के बूते पर इतना बड़ा कांड कर दिया। लोग सोशल मीडिया पर सवाल भी पूछ रहे हैं कि दबंगई दिखाने वाले राइस मिल स्वामी व प्रॉपर्टी डीलर, अधिवक्ता, ठेकेदार आदि षड़यंत्रकारी कब गिरफ्तार होंगे, कब पीड़िता को न्याय मिलेगा।

मान लिया जाए कि मामला किरायेदार और मकान मालिक के बीच विवाद का था, लेकिन कोर्ट ने ब्यूटी पार्लर चलाने वाली महिला को स्टे दिया हुआ था।

सवाल उठ रहा है कि यदि लोग खुद जेसीबी के बल पर न्याय करेंगे तो कोर्ट कचहरी और थाना कोतवाली को बंद कर दिया जाना चाहिए। गनीमत रही कि मामला मीडिया की सुर्खिया बनने पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मगर 36 घंटे से ज्यादा वक्त बीतने पर भी आरोपी और षड़यंत्रकारी पुलिस की पकड़ से बाहर है।

सोशल मीडिया पर यह मामला गर्माया हुआ है। चंद सत्ताधारी, रसूखदार लोग ज़रूर आरोपी पक्ष के लिए बचाव की मुद्रा में दिख रहे हैं, लेकिन अधिकांश आम नागरिक दबंगों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

लोगों के लिए देखने वाली बात यह है कि दबंग पर एक्शन मोड में चलने वाली मुख्यमंत्री धामी की सरकार और तेज तर्रार डीजीपी अभिनव कुमार की पुलिस कब इस मामले में एक्शन लेती है।
