पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: पुलिस ने दीपावली से पहले एक बड़ी अनहोनी को टालते हुए नकली शराब बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह घटना कोतवाली रानीपुर क्षेत्र की है, जहां पुलिस ने एक संदिग्ध को चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद पुलिस ने नकली शराब बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश किया, जो भीड़भाड़ वाले पॉश इलाके में चल रही थी।
दरअसल पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल के सख्त निर्देश पर त्योहारी सीजन के मद्देनजर हरिद्वार पुलिस ने सक्रिय रूप से चेकिंग अभियान शुरू किया हुआ है। इसी दौरान, रानीपुर पुलिस ने सेम्भल चौक, दादूपुर गोविंदपुर के पास एक संदिग्ध सेंट्रो कार को रोका।
कार की तलाशी लेने पर पुलिस को 400 लीटर अल्कोहलिक केमिकल, 80 लीटर नकली शराब, यूरिया, शराब की बोतल के ढक्कन, रैपर और अन्य सामग्री मिली। पुलिस ने तुरंत आरोपी को हिरासत में लिया और पूछताछ की, जिससे पता चला कि यह नकली शराब बनाने का गोरखधंधा एक किराए की दुकान में चलाया जा रहा था।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी अनिरूद्ध सिंह, जो कानपुर देहात का रहने वाला है, ने बताया कि वह 12वीं पास है और पहले भी नकली शराब के मामले में आगरा के ताजगंज थाने में जेल जा चुका है। 2021 में वह इस धंधे में शामिल हुआ था और अब हरिद्वार में अपने फरार साथी के साथ मिलकर नकली शराब का कारोबार चला रहा था।
उसका साथी केमिकल लेकर आता था, और दोनों मिलकर शराब जैसा दिखने वाला अल्कोहलिक केमिकल तैयार करते थे। आरोपी कैमिकल में पानी, फूड कलर और यूरिया मिलाकर शराब जैसा घोल तैयार करते थे, जो हू-ब-हू असली शराब की तरह दिखता था।
तैयार की गई नकली शराब को वे खाली शराब की बोतलों में भरते थे और फिर उन पर असली ब्रांड के फर्जी लेबल और उत्तराखंड शासन के टैग लगाते थे। इन बोतलों को ठेकों और राह चलते लोगों को कम दामों पर बेचा जाता था। इस कारोबार से वे मोटा मुनाफा कमाने की योजना बना रहे थे, खासकर दिवाली के मौके पर नकली शराब की बड़ी खेप बेचने का इरादा था।
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नकली शराब की फैक्ट्री में क्या-क्या मिला…..
पुलिस ने नकली शराब बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा मारते हुए भारी मात्रा में नकली शराब बनाने की सामग्री बरामद की। फैक्ट्री से मिले सामानों में 400 लीटर अल्कोहलिक केमिकल, 80 लीटर नकली शराब, 1000 शराब की बोतलों के खाली ढक्कन, फर्जी लेबल, यूरिया, फूड कलर और अन्य सामग्री शामिल हैं। पकड़ा गया आरोपी और उसका साथी हरिद्वार में किराए की एक दुकान में यह अवैध काम कर रहे थे।
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यूट्यूब के जरिए सीखा शराब बनाने का तरीका…..गिरोह का मास्टरमाइंड फरार आरोपी है, जो कैमिकल की आपूर्ति करता था। आरोपी ने बताया कि उसने यह तरीका यू-ट्यूब के जरिए सीखा था और पहले शराब के ठेके पर काम करने के दौरान अपने साथी से मुलाकात हुई थी। आरोपी और उसके साथी ने इस नकली शराब के कारोबार से कम समय में ज्यादा पैसा कमाने का सपना देखा था, और इसी लालच में आकर उन्होंने यह अवैध धंधा शुरू किया।
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हरिद्वार पुलिस की एक्टिव पुलिसिंग…..एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के निर्देश पर पुलिस ने यह महत्वपूर्ण कार्यवाही की है। रानीपुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक कमल मोहन भंडारी के नेतृत्व में इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है। पुलिस की इस मुस्तैदी से एक बड़ा हादसा टल गया, क्योंकि नकली शराब के सेवन से गंभीर जानलेवा घटनाएं हो सकती थीं, जैसा कि बिहार और अन्य राज्यों में पहले हो चुका है।
इंस्पेक्टर कमल मोहन भंडारी ने बताया फिलहाल, पुलिस फरार आरोपी की तलाश में जुटी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह का नेटवर्क और कहां-कहां फैला हुआ है। पकड़े गए आरोपी से लगातार पूछताछ की जा रही है, ताकि नकली शराब के कारोबार से जुड़े अन्य लोगों का भी पर्दाफाश किया जा सके। पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल ने पुलिस टीम की पीठ थपथपाई और उन्हें नगद इनाम की घोषणा भी की।
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पुलिस टीम….
1- SHO रानीपुर कमल मोहन भंडारी
2- व0उ0नि0 मनोहर सिंह रावत
3- उ0नि0 विकास रावत
4- हे0का0 गोपीचन्द
5- का0 गम्भीर तोमर
6- का0 संजय रावत