
पंच👊नामा
सुल्तान, हरिद्वार: पुलिस लाइंस और कार्यालयों में बोर हो रहे आधा दर्जन इंस्पेक्टर चार्ज की बाट ही देखते रह गए और एक चर्चित इंस्पेक्टर ने जिले में एंट्री करते ही कोतवाल की कुर्सी भी संभाल ली। तबादलों और तिकड़मबाजी के दौर में ये सब इतना फ़ास्ट हुआ कि “बुलेट ट्रेन की रफ्तार भी “शर्मा जाए। शर्मा जी से याद आया कि मानो इंस्पेक्टर साहब ने कसम खाई हो कि शर्मा जी कुर्सी छोड़ेंगे और हम विराजमान होंगे। चौंकिए नहीं, यह “सिंघम या दबंग जैसी किसी बॉलीवुड फिल्म की कहानी नहीं, बल्कि हरिद्वार की रानीपुर कोतवाली में “आमद-रवानगी” का चमत्कारिक वाक्या है। जिले में महीनों से मौजूद इंस्पेक्टर हैरान और परेशान है कि आखिर माजरा क्या है। कुछ इंस्पेक्टरों ने तो कांधे पर स्टार भी गिनकर देखे.. जो पूरे तीन निकले। अब इनको कौन समझाये कि, कांधे पर लगे स्टार के अलावा भी कुछ सितारे बलवान होते हैं। जब कई ग्रह मिलकर हलचल करते हैं, तब कोई चमत्कारिक घटना होती है।
हालांकि, नए कोतवाल रमेश तनवार का हरिद्वार में पिछला अनुभव अच्छा नहीं रहा। सिडकुल में लूट के दौरान सिनेमा हाल में पिक्चर देखने के चलते उन्हें एसओ की कुर्सी छोड़नी पड़ी। वहीं, कलियर थाने से तो उन्हें सीधे पहाड़ चढ़ना पड़ा। ख़ैर पुराने किस्सों में क्या रखा है। जमाना बदल रहा है, रवायत भी बदलनी चाहिए। देखने वाली बात यह होगी कि कोतवाल साहब की दूसरी पारी कितनी शानदार रहेगी। फिलहाल जिले के पुलिस महकमे में कानाफूसी और गुणा भाग की चर्चाओं का दौर जोरों पर है।
अगली किस्त में पढ़ें: कहां धूल फांक रही डीआईजी रेंज से जारी तबादलों की सूची…