प्रबंधक की कार्यशैली सवालों के घेरे में, जिलाधिकारी से निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग..
अवैध धन उगाही के मामले में हटाए गए छह कर्मियों को दोबारा उसी स्थान पर दिया गया ड्यूटी प्वाइंट, चर्चाओं का विषय..
पंच👊नामा
पिरान कलियर: एक बड़ी मशहूर कहावत है “दूध की रखवाली, बिल्ली के सुपुर्द..! जो अक्सर दरगाह कार्यालय को चरितार्थ करती नजर आती है। पिरान कलियर दरगाह की व्यवस्थाओं में अव्यवस्थाएं और भ्रष्टाचार लंबे समय से चर्चा का विषय बने हुए हैं। दरगाह का प्रबंधन जिला प्रशासन के अधीन है, लेकिन बार-बार अनियमितताएं उजागर होती रही हैं।
कभी प्रबंधक पर भृष्टाचार के आरोप लगते है तो कभी उनके अधीनस्थ कर्मियों पर अवैध धन उगाही के मामले उजागर रहते है, कार्रवाई के नाम पर कागजों का पेट भरा जाता है, और निज़ाम फिर उसी पुराने ढर्रे पर चलने लगता है। ताजा मामला जिलाधिकारी हरिद्वार से की गई शिकायत के सम्बंधित का है। दरअसल कलियर निवासी अमान नामक व्यक्ति ने जिलाधिकारी हरिद्वार को शिकायती पत्र भेजकर बताया कि इसी वर्ष अप्रैल माह में दरगाह प्रबंधक रजिया खान ने छह कर्मचारियों को दरगाह के अंदर अवैध धन उगाही के आरोप में पकड़ा था, ये मामला सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था।
जिसके बाद सभी छह कर्मियों पर प्रबंधक महोदया ने रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के मौखिक आदेश का हवाला देते हुए उन्हें तत्काल लिखित स्पष्टीकरण देने की बात कहते हुए संतोषजनक जवाब ना मिलने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी, साथ ही सभी छह कर्मियों को दरगाह के भीतर ड्यूटी करने पर भी प्रतिबंध लगाया था।
आरोप है कि प्रबंधक ने कर्मचारियों से सांगठग कर मामले को रफा-दफा कर दिया, और आरोपी कर्मचारी दोबारा से दरगाह के भीतर ही ड्यूटी को अंजाम दे रहे है। शिकायतकर्ता ने बताया इस मामले में उपजिलाधिकारी रुड़की को भी कई बार शिकायत की जा चुकी है लेकिन कोई कार्रवाई आजतक नही हुई। शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी से निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
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सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई घटना…..
कर्मचारियों की अवैध धन उगाही का मामला दरगाह में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था, जिसमे कर्मचारी श्रद्धालुओं से मजार शरीफ की चादर के नीचे पैसे रखवाते और उन्हें उठाते दिखाई दे रहे है। दरगाह कार्यालय से जारी पत्र में बताया गया था कि छह कर्मचारी दरगाह में ड्यूटी के समय मजार शरीफ की चादरों के नींचे धनराशि रखवा रहें हैं और श्रद्धालुओ से अवैध रूप से धनराशि प्राप्त कर रहे हैं।
फुटेज में पाया गया कि डयूटी के समय उनके साथ असामाजिक तत्व भी लगातार खडे होकर अवैध उगाही करते दिख रहे हैं। इसके बावजूद ऐसे कर्मचारियों को ऐसी महत्वपूर्ण स्थान पर ड्यूटी पर दोबारा तैनात करना अपने आप में सवाल खड़े करता है।
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पर्दे के पीछे हुआ खेल…????सूत्र बताते है कि कर्मचारियों को उनकी जगह तैनाती देने के मामले में पर्दे के पीछे बड़ा खेल हुआ। जिन कर्मचारियों की हरकत को तीसरी आंख (सीसीटीवी कैमरे) ने कैद किया था, उसके बाद कर्मचारियों पर स्पष्ट जवाब के लिए कुछ बनता ही नही था।
सूत्र की माने तो कर्मचारियों ने अपना गुनाह कुबूल किया और आगे शिकायत ना मिलने का आश्वासन दिया तब जाकर उन कर्मियों की नौकरी बची, लेकिन कुछ समय बात वही कर्मी उसी स्थान पर ड्यूटी देते दिखाई दिए तो मामला चर्चा का विषय बना।
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प्रबंधक की कार्यशैली सवालों के घेरे में…..
वर्तमान प्रबंधक रजिया खान का कार्यकाल कई विवादों में घिरा रहा है। पहले भी पांच विधायकों और पूर्व मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने दरगाह कार्यालय के बाहर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था।
उस समय, निवर्तमान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के हस्तक्षेप से धरना समाप्त किया गया था। हाल ही में प्रबंधक पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच नहीं होने के संबंध में हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिसकी सुनवाई जल्द ही होनी है।