अति संवेदनशील मंगलौर में पुलिस की मुस्तैदी से शांतिपूर्ण संपन्न हुआ कांवड़ मेला..
कप्तान के भरोसे पर खरे उतरे कोतवाल महेश जोशी, मेला निपटने तक नहीं छोड़ा कस्बा, छोटी सी चूक से हो सकता था बवाल..

पंच👊नामा ब्यूरो
हरिद्वार: कावड़ मेला कई मायनों में पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण रहा। विषम परिस्थितियों में पुलिस ने रात दिन एक करते हुए मेला सकुशल संपन्न कराया। मिश्रित आबादी वाला मंगलौर कस्बा जिले के अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में आता है। हरिद्वार से कांवड़ियों का रैला यूपी की तरफ बढ़ने पर मंगलौर पहुंचकर बांध से छूटने वाले पानी के सैलाब की तरह हो जाता है।

लेकिन कोतवाल महेश जोशी की मुस्तैदी से मंगलौर क्षेत्र में कावड़ मेला शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। यह हरिद्वार पुलिस के लिए किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है। बेलड़ा बवाल में इंस्पेक्टर मनोज मेनवाल के घायल होने के बाद एसएसपी अजय सिंह ने कुछ दिन पहले ही इंस्पेक्टर महेश जोशी को मंगलौर कोतवाली की जिम्मेदारी सौंपी थी।

कप्तान के भरोसे पर कोतवाल महेश जोशी खरे उतरे और मिला निपटने तक कस्बा नहीं छोड़ा। दरअसल मुस्लिम समुदाय की घनी आबादी होने के चलते कांवड़ मेले के दौरान मंगलौर की संवेदनशीलता और बढ़ जाती है। डाक कावड़ की भागम भाग में मामूली सी घटना भी बड़ा रूप ले सकती थी। लेकिन कोतवाली प्रभारी महेश जोशी डाक कावड़ शुरू होने से लेकर मेला संपन्न होने तक कस्बे में ही डेरा जमाए रहे। तीन दिन तक बिना थके और बिना रुके वे डाक कावड़ संचालित करने में जुटे रहे।
मुस्तैदी का नतीजा यह रहा कि मेले में कोई भी सांप्रदायिक तनाव वाली छोटी से छोटी घटना भी सामने नहीं आई। एसएसपी अजय सिंह ने कोतवाली प्रभारी सहित पूरी पुलिस टीम को शाबाशी दी है।
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“चौकी प्रभारी ने भी संभाले रखा मोर्चा…..
रुड़की: कोतवाली प्रभारी महेश जोशी के साथ उनका पूरा स्टाफ मेला सकुशल संपन्न कराने में लगा रहा है। इस कड़ी में मंगलौर कस्बा चौकी प्रभारी अकरम अली भी पूरी मुस्तैदी के साथ मोर्चे पर डटे रहे।
वही छिटपुट सूचनाओं पर भी तत्काल मौके पर पहुँचकर उनका निपटारा किया।
यात्रा के दौरान घायल कांवडियों को अस्पताल में भर्ती कराने से लेकर यातायात सुचारू रखने तक मे उपनिरीक्षक अकरम अली ने अहम भूमिका निभाई।