“खनन का खेल, माइनिंग फेल! सड़कें बनीं धूल का जंजाल..
"बिना चेकिंग दौड़ते डंपर, उड़ती धूल में राहगीर और दुकानदार बेहाल..!

पंच👊नामा
पिरान कलियर: हद्दीपुर इलाके में मिट्टी खनन की परमिशन की आड़ में जमकर खेल चल रहा है। सड़कों पर धूल उड़ाते तेज रफ्तार डंपर न केवल राहगीरों के लिए मुसीबत बन रहे हैं, बल्कि स्थानीय दुकानदारों का भी जीना दुश्वार कर रहे हैं। हालात ये हैं कि सरकार द्वारा तय किए गए नियम-कायदों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, और खनन की जिम्मेदारी संभालने वाली माइनिंग टीम भी इस अव्यवस्था के सामने बेबस नजर आ रही है।
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बिना चेकिंग फर्राटा भरते डंपर, माइनिंग टीम नदारद…..दरअसल, हद्दीपुर के सत्संग भवन के पास मिट्टी उठाने की परमिशन दी गई है, लेकिन इस परमिशन का सहारा लेकर खनन माफिया अपनी मनमानी पर उतर आए हैं। आमतौर पर माइनिंग विभाग की टीम चेक पोस्ट पर मौजूद रहकर हर वाहन का रवन्ना चेक करती है, लेकिन यहां स्थिति कुछ और ही है। माइनिंग चेक पोस्ट पर जिम्मेदार कर्मचारी ही नदारद हैं, जिससे बिना जांच-पड़ताल के मिट्टी से भरे डंपर बेरोकटोक दौड़ते नजर आ रहे हैं। नतीजा ये है कि सरकारी राजस्व को भी नुकसान हो रहा है, और नियमों की धज्जियां भी उड़ रही हैं।
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राहगीरों और दुकानदारों के लिए आफत बने डंपर…..तेज रफ्तार और धूल उड़ाते हुए यह डंपर न केवल सड़क पर चलने वाले लोगों के लिए खतरा बने हुए हैं, बल्कि आसपास की दुकानों पर भी असर डाल रहे हैं। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि मिट्टी ढोने वाले वाहन ना तो लदे हुए माल को ढककर ले जा रहे हैं और ना ही सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है, जिससे पूरा इलाका धूल के गुबार में तब्दील हो गया है।
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प्रशासन की लापरवाही….सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब यह अव्यवस्था स्थानीय लोगों को साफ दिखाई दे रही है, तो प्रशासन की नजरों से यह सब कैसे ओझल है..? क्या यह लापरवाही का मामला है या फिर मिलीभगत का..? माइनिंग टीम की चुप्पी और चेक पोस्ट पर कर्मचारियों की गैर-मौजूदगी कई सवाल खड़े कर रही है।
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कब जागेगा प्रशासन…?स्थानीय लोग इस अव्यवस्था से तंग आ चुके हैं और जल्द से जल्द समाधान की मांग कर रहे हैं। प्रशासन को इस मामले में कड़े कदम उठाने होंगे, ताकि नियमों का पालन सुनिश्चित हो और लोगों को राहत मिल सके। वरना, यह खनन का खेल यूं ही चलता रहेगा, और आम जनता धूल फांकने को मजबूर रहेगी।