उत्तराखंड

नीलकंठ कांवड़ मेले में 74 सीसीटीवी, तीन ड्रोन कैमरों से होगी निगरानी, आने और जाने के रूट निर्धारित..

अभेद सुरक्षा और सुचारू यातायात व्यवस्था के लिए पौड़ी पुलिस ने कसी कमर, एसएसपी श्वेता चौबे ने पुलिस बल को किया ब्रीफ, जानें श्रद्धालुओं के लिए क्या रहेगी व्यवस्था..

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पंच👊नामा-ब्यूरो
सचिन चौधरी, ऋषिकेश: कांवड़ मेले में श्री नीलकंठ महादेव मंदिर में शिवभक्तों की भारी भीड़ के मद्देनजर पौड़ी पुलिस ने सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के माकूल इंतजाम किए हैं। मेले के दौरान 74 सीसीटीवी कैमरे और तीन ड्रोन से श्री नीलकंठ कांवड़ मेला यात्रा की निगरानी होगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे ने रविवार मेले को सकुशल संपन्न कराने के लिए मेले में लगे पुलिस बल को  ब्रीफ करते हुए श्रद्धालुओं के साथ विनम्र व्यवहार रखने और उनके सुगम व सुरक्षित आवागमन के लिए समर्पित भाव व सहयोगात्मक व्यवहार से ड्यूटी करने के निर्देश दिए। एसएसपी श्वेता चौबे ने कहा कि कांवड़ मेला यात्रा के अवसर पर जनपद पौड़ी गढ़वाल के थाना लक्ष्मणझूला क्षेत्रान्तर्गत श्री नीलकण्ठ महादेव मन्दिर में उत्तराखण्ड एवं बाहरी राज्यों से काफी संख्या में श्रद्धालुगण दर्शन व जलाभिषेक करने आते हैं।

फाइल फोटो

इस वर्ष महाशिवरात्रि में श्री नीलकण्ठ महादेव के दर्शन हेतु अधिक भीड़ के दृष्टिगत कांवड़ मेले में अधिक भीड़ की पूर्ण सम्भावना है। एसएसपी श्वेता चौबे ने सजग व सतर्क रहकर डयूटी करने के साथ ही यातायात व्यवस्था सुचारु रुप से चलाने व यातायात प्लान के हिसाब से वाहनों को उनकी दिशा में भेजने, कांवड़ यात्रा के दौरान सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई के लिए निर्देशित किया।

फाइल फोटो

श्री नीलकंठ महादेव कांवड़ मेला यात्रा-2023 के दृष्टिगत सम्पूर्ण मेला क्षेत्र को 01 सुपर जोन, 07 जोन व 23 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक सुपर जोन में अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी, जोन में पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी तथा सेक्टरों में SHO, SSI, SO, उपनिरीक्षक एवं अपर उपनिरीक्षक स्तर के अधिकारियों को नियुक्त किया गया है।

फाइल फोटो

श्रद्धालुओं को सुगम आवागमन, श्री नीलकण्ठ मन्दिर में दर्शन एवं मेला सुरक्षा ड्यूटी हेतु जनपद पौड़ी व बाहरी जनपदों से पुलिस बल नियुक्त किया गया है। जिसमें SDRF की 02 टीम, जल पुलिस/गोताखोर टीम, दो क्यूआरटी टीम, PAC FLOOD टीम के साथ-साथ आतंकी घटनाओं की रोकथाम हेतु एक टीम Anti Terrorist Squard को मेला क्षेत्र में चौबीस घण्टे के लिये एक्टिव रखा गया है।

फाइल फोटो

साथ ही तीसरी आंख के रुप में 74 सीसीटीवी कैमरे व 03 ड्रोनों से सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में होने वाली अवांछनीय गतिविधियों पर नजर रखी जायेगी। बीन नदी में बरसात के मौसम में पानी का जलस्तर बढ़ जाने से कई बार वाहन बह जाने से दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं।

फाइल फोटो

जिसके लिए प्रशासन से बीन नदी पर ट्रैक्टर एवं जेसीबी रखे जाने व मन्दिर परिसर में अधिक भीड़ होने पर भगदड़ की स्थिति उत्पन्न ना हो, इसके लिए मन्दिर परिसर में भीड़ नियंत्रण के लिये पैदल मार्ग पुण्डरासू में मौजूद खाली मैदान पर यात्रियों को ठहरने के लिये टिन शैड़ स्थापित किये जाने हेतु प्रशासन से अनुरोध किया गया है।
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“खोया पाया केन्द्र…….

फाइल फोटो

कांवड़ मेले के दौरान भीड़ में किसी व्यक्ति के परिजन उनसे बिछुड़ जाने पर उनको परिजनों से मिलाने हेतु मेला क्षेत्र के सभी संवेदनशील स्थानों पर कुल 06 खोया पाया केंद्र स्थापित किये गए हैं| जहां पर PA SYSTEM के साथ-साथ सभी के आपसी समन्वय के लिए WHATSAPP GROUP बनाया गया है, जो मेला कण्ट्रोल और कांवड़ सेल से LINK रहेगा। प्रत्येक खोया पाया केंद्र पर महिला उप निरीक्षक के साथ महिला आरक्षियों को नियुक्त किया गया है|
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“कांवड़ मेले के दौरान वाहनों के जाने का मार्ग….

फाइल फोटो

यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाये रखने के लिए श्री नीलकण्ठ महादेव मन्दिर जाने के लिए ऋषिकेश- मुनि की रेती- गरुड़ चट्टी- पीपलकोटी- नीलकण्ठ मंदिर मार्ग को निर्धारित किया गया है।
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“कांवड़ मेले के दौरान वाहनों के जाने का मार्ग…..

फाइल फोटो

मंदिर से वापसी में निकासी के लिए नीलकण्ठ- पीपलकोटी- गरुड़ चट्टी- बैराज बाईपास- पशुलोक बैराज- ऋषिकेश/हरिद्वार मार्ग निर्धारित किया गया है।
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“श्री नीलकण्ठ मन्दिर आने का पैदल मार्ग…….

फाइल फोटो

मेले के सामान्य दिनों में रामझूला व जानकी पुल कांवड़ यात्रियों के लिये खुले रहेंगे। भीड़ की अधिकता होने पर यात्रियों के लिये ऋषिकेश- रामझूला- बागखाला- पुण्डरासू- नीलकण्ठ मन्दिर का मार्ग निर्धारित किया गया है।
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“पैदल वापसी का मार्ग…….

फाइल फोटो

श्री नीलकण्ठ मन्दिर से वापस जाने के लिए श्री नीलकण्ठ मन्दिर- पुण्डरासू- बागखाला- जानकी पुल- ऋषिकेश मार्ग निर्धारित किया गया है। वाहनों के अव्यवस्थित रूप से खड़े पाए जाने पर उन्हें हटाने के लिए क्रेन की व्यवस्था की गयी है। साथ ही नीलकण्ठ क्षेत्र में पार्किंग फुल होने की दशा में वाहनों को पीपल कोटी- दिउली मार्ग पर डायवर्ट कर पार्क कराया जाएगा। 15 से 17 जुलाई 2023 तक मेला क्षेत्र में भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगायी गयी है। श्री नीलकंठ पैदल मार्ग पर जंगली जानवरों के खतरे के दृष्टिगत श्रद्धालुओं के लिये पैदल यात्रा मार्ग आवागमन के लिए शाम 06.00 से प्रातः 05.00 बजे तक पूर्णतः बन्द रहेगा।
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“सम्पूर्ण मेला क्षेत्र की सुरक्षा के दृष्टिगत कांवड़ मेले में लगा कुल फोर्स- 894…..
सुपर जोन-1, जोन-7, सैक्टर-23, मोबाईल-10, खोया पाया केन्द्र-06
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“जनपद का कुल फोर्स- 551……
अपर पुलिस अधीक्षक-1, क्षेत्राधिकारी.-2
निरीक्षक 5, थानाध्यक्ष/व0उ0नि0-11, उ0नि0-27, म0उ0नि0-8, अपर उ0नि0-15, हे0कान्स0-80, कान्स0-91, म0कान्स0-20, होमगार्ड-207, पी.आर.डी.-84,
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“बाहरी जनपद से प्राप्त कुल फोर्स- 300…..
अपर पुलिस अधीक्षक-1, क्षेत्राधिकारी-5
निरीक्षक-3, थानाध्यक्ष/व0उ0नि0-3, उ0नि0-7, म0उ0नि0-6, अपर उ0नि0-156, महिला अपर उ0नि0-2 हे0कान्स0-38, कान्स0-52, म0कान्स0-27, पी.ए.सी.-1-2-2 (कम्पनी, प्लाटून, सैक्शन)
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“रिजर्व कुल फोर्स- 43…..
निरीक्षक-3, थानाध्यक्ष/व0उ0नि0-3, उपनिरीक्षक-4, म0उ0नि0-1, अपर उ0नि0-18, महिला अपर उ0नि0-1, हे0कान्स0-3, कान्स0-6, म0हे0कान्स0-1, म0उ0नि0-3

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