पंच👊नामा
जगदीश प्रसाद, शर्मा देशप्रेमी,
रुड़की: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद चल रही हिंसा के बीच रुड़की में पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक को पकड़ लिया। पूछताछ में सामने आया कि वह 3 महीने पहले चोरी छिपे बॉर्डर पर कर पैसे कमाने के लिए भारत आया था और तब से एक राज्य से दूसरे राज्य के बीच घूम रहा था।
अगले महीने पिरान कलियर सालाना उर्स से पहले उसे रुड़की में रहकर ही अपना समय काटना था। चूंकि, बांग्लादेशी रुड़की में आर्मी क्षेत्र के नजदीक पकड़ा गया है इसलिए उसे हर एंगल से पूछताछ की जा रही है जांच एजेंसियां भी सक्रिय हो गई है और उसके बारे में पूरी जानकारी जुटा जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पर प्रमेन्द्र डोबाल के निर्देश पर आरोपी के खिलाफ तत्काल प्रभाव से पासपोर्ट अधिनियम व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
रुड़की सिविल लाइंस कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि रुड़की क्षेत्रान्तर्गत संदिग्ध व्यक्तियों की चैकिंग के दौरान ढंढेरा फाटक BEG आर्मी एरिया के आसपास एक संदिग्ध व्यक्ति घूमने की सूचना मिली। जिसकी भाषा बोली से वह व्यक्ति भारत का होना प्रतीत नहीं हो रहा था। तत्काल पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ढंढेरा फाटक के पास मुखबिर की सटीक सूचना पर संदिग्ध व्यक्ति को रोककर पूछताछ की। में संभवतः बांग्ला भाषा लगने पर पुलिस टीम ने आईआईटी रुड़की से बांग्ला भाषा की जानकारी रखने वाले व्यक्ति को मौके पर बुलाया। आईआईटी रूडकी के सुरक्षा अधिकारी देवाशीश भौमिक ने उस व्यक्ति से बांग्ला भाषा में नाम पता आदि पूछा।
व्यक्ति ने अपना नाम रहीमूल पुत्र वासूमुल निवासी हाकिमपुर पाबना राजशाही बांग्लादेश उम्र लगभग 50 वर्ष बताया। पूछताछ में सामने आया कि वह 03 महीने पहले बांग्लादेश से पैसे कमाने बैनापुर बोर्डर चोरी से पार करके जम्मूतवी ट्रेन से मुर्शिदाबाद सियालदाह होते हुए कोलकाता (भारत) आया था।
फिर 02 – 03 महीने भारत में जगह जगह घूम रहा था। सुना था कि कलियर में उर्स मेला चलने वाला है, इसलिए वह ट्रेन से आज रूडकी आ गया। रहने की व्यवस्था के लिए ढंढेरा में घूम रहा था। जब तक कलियर में उर्स का मेला शुरू नहीं होता तब तक उसे रूडकी में ही रुकना था।
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पुलिस टीम…..
उपनिरीक्षक नितिन सिंह बिष्ट
हैड कांस्टेबल नूर हसन
हैड कांस्टेबल मनमोहन भंडारी
विशेष सहयोग
आर्मी इन्टेलीजेन्स रूडकी