“सुराज सेवा दल कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका, 25 साल में भी स्थायी राजधानी ने मिलने पर भाजपा-कांग्रेस को घेरा..
गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने की मांग पर प्रधानमंत्री को सौंपना था ज्ञापन..

पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने की मांग को लेकर रविवार सुबह सुराज सेवा दल के सैकड़ों कार्यकर्ता प्रदेश कार्यालय से एफआरआई की ओर रवाना हुए। उनका कहना था कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन सौंपना चाहते हैं।
कार्यालय से बाहर निकलते ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस पर कार्यकर्ता सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की।
कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार जनता की आवाज दबा रही है। वे प्रधानमंत्री से मिलकर उत्तराखंड को स्थाई राजधानी देने की मांग रखना चाहते थे।
प्रदेश अध्यक्ष रमेश जोशी ने कहा कि राज्य गठन के 25 साल बाद भी स्थाई राजधानी तय न होना भाजपा-कांग्रेस की राज्य विरोधी नीतियों को उजागर करता है।
विपक्ष में रहते दोनों दल गैरसैंण को मुद्दा बनाते हैं और सत्ता में आते ही भूल जाते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जनता की आवाज न सुनी गई तो सुराज सेवा दल को बड़े आंदोलन के लिए सड़कों पर उतारा जाएगा।
प्रदेश महामंत्री देवेंद्र बिष्ट ने कहा कि पर्वतीय राज्य का विकास पहाड़ में रहकर ही संभव है। नेता व अधिकारी पहाड़ चढ़ेंगे ही नहीं तो विकास कैसे होगा। उन्होंने कहा कि आंदोलन को रोकने के लिए पुलिस बल का प्रयोग लोकतंत्र की हत्या है।
कार्यक्रम में अतीश मिश्रा, अभिनव शंखधर, कमल धामी, हिमांशु धामी, विजेंद्र, विनोद पाठक, विशाल शर्मा, डीके भट्ट, कमल आर्य, कावेरी जोशी, निधि, पूजा नेगी, इंतजार, कुणाल, दिव्यांश, पूजा, नीतू, गीता तोमर, गीता यादव, मेहरबान, कुर्बान सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे।



