पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: एम्स ऋषिकेश की चौथी मंजिल पर पुलिस की गाड़ी ले जाने को लेकर उठे सवालों पर पुलिस कप्तान अजय सिंह ने पूरी स्थिति स्पष्ट की है।

गाड़ी ले जाने की पूरी घटना का बारीकी से विश्लेषण करने पर सामने आया है कि ऑपरेशन थिएटर में महिला डॉक्टर से छेड़छाड़ की घटना को लेकर चिकित्सा कर्मी गुस्से में भड़के हुए थे। ऐसे में पूरी संभावना थी कि भीड़ आरोपी चिकित्सा अधिकारी को अपने गुस्से का शिकार ना बना दे और कहीं पीट-पीट के मौत के घाट ही ना उतार दे।
ये अंदेशा देखते हुए आरोपी को मॉब लिंचिंग से बचाने के लिए पुलिस को चौथी मंजिल पर अपनी गाड़ी ले जानी पड़ी। वहीं दूसरी तरफ चारधाम श्रद्धालुओं के साथ रजिस्ट्रेशन के फर्जी बड़े के मामले में ऋषिकेश में 10 और मुकदमे दर्ज किए गए हैं।

इनमें हरिद्वार की कई ट्रेवल्स एजेंसियां और एजेंट भी पुलिस के रडार पर आ गए हैं।
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सोमवार को सर्जरी के दौरान हुई घटना…..

एम्स सर्जरी विभाग के आपरेशन थिएटर में घटना बीते सोमवार शाम सात बजे की बताई गई है। महिला चिकित्सक का आरोप है कि नर्सिंग अधिकारी सतीश कुमार ने आपरेशन के दौरान उनके साथ छेड़छाड़ की।

आरोप है कि विरोध करने पर चिल्लाते हुए गलत तरीके से छूने का प्रयास किया। महिला चिकित्सक ने आरोप लगाया कि सतीश ने उन्हें व्हाट्सअप पर गलत मैसेज भी भेजे। फांसी की फोटो भेजकर मानसिक उत्पीड़न भी किया।

महिला चिकित्सक ने एम्स की आंतरिक चिकित्सा प्रकोष्ठ में भी शिकायत की। मंगलवार को इस बात का पता चलने पर पीड़ित महिला डाक्टर के साथी चिकित्सकों ने हंगामा कर दिया। प्रदर्शन करते हुए कार्रवाई की मांग पर अड़ गए।

देर शाम आरोपी को सस्पेंड कर दिया गया था। वहीं, आरोपी को तत्काल प्रभाव से गिरफ्तार कर लिया गया था।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि आरोपी नर्सिंग ऑफिसर सतीश कुमार मनोचिकित्सक वार्ड में भर्ती हो गया था। 21 मई को एम्स ऋषिकेश के चिकित्सको व एमबीबीएस छात्रों ने मनोचिकित्सा विभाग के बाहर एकत्रित होकर उग्र प्रदर्शन किया था।
एम्स प्रशासन की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर परिस्थितियों को नियंत्रित करने का प्रयास किया। लेकिन मौके पर 400- 500 चिकित्सक व एमबीबीएस छात्रों ने मनोचिकित्सक विभाग में भर्ती सतीश कुमार को उनके हवाले करने के लिए उग्र प्रदर्शन व नारेबाजी करते हुए मनोचिकित्सा विभाग के कक्ष में घुसने का प्रयास किया।
पुलिस तथा AIIMS प्रशासन ने उन्हें समझाने का काफी प्रयास किया। लेकिन उन्होंने अत्यधिक उग्र होकर सुरक्षाकर्मियों/ पुलिस बल के साथ धक्का मुक्की की।
एसएसपी ने बताया कि मौके पर बनी परिस्थितियों में आरोपी की सुरक्षा/ मोब लिंचिंग की घटना की संभावना और नर्सिंग स्टाफ व डॉक्टर के मध्य आपस में टकराव की स्थिति से बचाव के दृष्टिगत
एम्स प्रशासन व पुलिस ने त्वरित निर्णय लेते हुए एम्स प्रशासन द्वारा सुझाए गए वैकल्पिक इमरजेंसी मार्ग से पुलिस के सरकारी वाहन के माध्यम से आरोपी को मौके से बाहर निकाला गया।
आरोपी को बाहर निकालने के दौरान उपस्थित भीड़ ने लगातार वाहन का पीछा कर अभियुक्त को वाहन से खींचने का प्रयास किया गया।
इस दौरान एम्स प्रशासन द्वारा बताए गए triaga एरिया से वाहन को बाहर निकाला गया, वाहन को किसी भी इमरजेंसी वार्ड के जरिए बाहर नहीं लाया गया था।
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मामले की जांच को एसआईटी गठित….एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि एम्स ऋषिकेश में लगे हुए सीसीटीवी कैमरा में घटना की फुटेज को सुरक्षित रखा गया है, साथ ही पीड़ित महिला चिकित्सक के प्रार्थना पत्र के आधार पर कोतवाली ऋषिकेश में दर्ज अभियोग की विवेचना के लिए क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश के पर्यवेक्षण में SIT टीम का गठन किया गया है, जिसमें दो महिला उप निरीक्षको के अतिरिक्त अन्य कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है।
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फर्जी रजिस्ट्रेशन मामले में इन पर हुई एफआईआर……

1- मुंबई शहर से आये 9 सदस्यीय यात्री दल का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, हरिद्वार की श्री कृष्णा ट्रेवल्स के माध्यम से कराया था रजिस्ट्रेशन, वादी नंद कुमार भीमराव यादव पुत्र भीमराव जाधव निवासी हर हर वाला, ना0म0 जोशी मार्ग, मुंबई की तहरीर पर ट्रैवल एजेंसी के विरुद्ध दर्ज हुआ मुकदमा।
2- महाराष्ट्र से चार धाम यात्रा पर आए 10 लोगों के दल का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, महाराष्ट्र के लोकल ट्रैवल एजेंट के माध्यम से कराया था रजिस्ट्रेशन, वादी मोहन मोतीराम शिंदे पुत्र मोती राम शिंदे निवासी धुले, महाराष्ट्र की तहरीर पर संबंधित ट्रैवल एजेंट के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।

3- कर्नाटक से आए 36 सदस्यीय यात्री दल का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, हरिद्वार के लोकल ट्रैवल एजेंट से कराया था रजिस्ट्रेशन, वादी गिरिश कुलकर्णी पुत्र कल्याण राव निवासी शिवनगर, भवानी कॉलोनी, बीदर कर्नाटक की तहरीर पर संबंधित ट्रैवल एजेंट के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।
4- नोएडा से 8 यात्रियों का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, वादिनी सुधा जेटली पत्नी हिम्मत जेटली निवासी सेक्टर 39 नोएडा की तहरीर पर हरिद्वार के अज्ञात ट्रेवल एजेंट के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।

5- गुजरात से आए 09 सदस्यीय यात्री दल का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, ऋषिकेश के लोकल ट्रैवल एजेंट से कराया था रजिस्ट्रेशन, वादी जितेंद्र वीर ठाकुर पुत्र विष्णु भाई निवासी चाँदलौडिया गाँव, अहमदाबाद, गुजरात की तहरीर पर संबंधित ट्रैवल एजेंट के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।
6- महाराष्ट्र से आए 03 सदस्यीय यात्री दल का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, हरिद्वार के लोकल ट्रैवल एजेंट से कराया था रजिस्ट्रेशन, वादी प्रदीप बाबूराव पुत्र बाबूराव गोविंद निवासी वंबोरी, राहुरी, अहमदनगर, महाराष्ट्र की तहरीर पर संबंधित ट्रैवल एजेंट के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।

7- महाराष्ट्र से आए 25 सदस्यीय यात्री दल का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, गूगल के माध्यम से ऑनलाइन फैई ट्रेवल्स कंपनी प्लस सलोनी होलीडेज की साइट पर जाकर कराया था रजिस्ट्रेशन, वादिनी अनीता देवेंद्र पत्नी कृष्णा देवेंद्र निवासी मलाड, बोरीवली, मुंबई, महाराष्ट्र की तहरीर पर संबंधित ट्रैवल एजेंसी के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।
8- महाराष्ट्र से आए 11 सदस्यीय यात्री दल का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, हरिद्वार के स्थानीय ट्रैवल एजेंट के माध्यम से कराया था रजिस्ट्रेशन, वादी सुमित भोंसले पुत्र सुदामा रामचंद्र भोंसले निवासी सिंह गढ़ पुलिस स्टेशन पुणे शहर, महाराष्ट्र की तहरीर पर संबंधित ट्रैवल एजेंसी के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।

9- बिहार से आए 7 सदस्यीय यात्री दल का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, हरिद्वार के स्थानीय ट्रैवल एजेंट के माध्यम से कराया था रजिस्ट्रेशन, वादी आयुष कुमार पुत्र विजय शाह निवासी रक्सौल मोतीहारी बिहार की तहरीर पर संबंधित ट्रैवल एजेंसी के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।
10- कर्नाटक से आए 05 सदस्यीय यात्री दल का रजिस्ट्रेशन निकला फर्जी, हैदराबाद की ट्रेवल एजेंसी Sagar Travels के माध्यम से कराया था रजिस्ट्रेशन, वादी गिरिराज बदकुन्दरी पुत्र प्रकाश बदकुन्दरी निवासी चिदंबर नगर, तिलकवादी पी0एस0, बेलगावी, कर्नाटक की तहरीर पर संबंधित ट्रैवल एजेंसी के विरुद्ध दर्ज हुआ अभियोग।