जमालपुर कलां के सरकारी स्कूल में फिर उड़ा नियमों का मखौल..
प्रतिभा दिवस पर भी छात्रों से उठवाए भारी बस्ते, आदेशों की अनदेखी कर रहे हैं प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार बर्थवाल..

पंचनामा-ब्यूरो
हरिद्वार: राजकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय, जमालपुर कला एक बार फिर चर्चा में है। सरकारी आदेशों को दरकिनार कर विद्यालय प्रशासन ने एक बार फिर नियमों की खुली अवहेलना की है।सरकार द्वारा निर्देशित किया गया है कि प्रत्येक माह के अंतिम शनिवार को “प्रतिभा दिवस” के रूप में मनाया जाए। इस दिन विद्यार्थियों को बिना बस्ते के स्कूल बुलाया जाना चाहिए तथा विभिन्न सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक गतिविधियों के माध्यम से उनकी प्रतिभाओं को निखारा जाना चाहिए। इसका उद्देश्य छात्रों को पाठ्यक्रम के अलावा अन्य गतिविधियों में भी दक्ष बनाना है।
लेकिन, राजकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय जमालपुर कला में इस आदेश की न तो कोई परवाह की गई और न ही अमल। छात्रों को रोज़ की तरह भारी बस्तों के साथ विद्यालय बुलाया गया और छुट्टी के समय भी उन्हें बस्तों के साथ ही घर भेज दिया गया।
यह वही स्कूल है, जहां प्रवेश उत्सव के दिन भी लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया था। उस दिन विद्यालय का मुख्य द्वार बंद था, जिससे नए प्रवेश के लिए आए बच्चों और अभिभावकों को धूप में घंटों खड़ा रहना पड़ा था। बाद में खंड शिक्षा अधिकारी की जांच में इस लापरवाही की पुष्टि भी हुई थी और मुख्य शिक्षा अधिकारी को रिपोर्ट भेजी गई थी।
अब एक बार फिर से स्कूल प्रशासन द्वारा सरकारी आदेशों की अवहेलना ने सवाल खड़े कर दिए हैं। स्कूल के प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार बर्थवाल पर आरोप लग रहा है कि वह सरकारी नियमों को दरकिनार कर मनमानी कर रहे हैं और विद्यालय में अपने निजी नियम-कायदे चला रहे हैं। स्थानीय अभिभावकों में इस रवैये को लेकर भारी नाराजगी है और अब फिर से उच्च अधिकारियों से कार्रवाई की मांग उठने लगी है।