कड़ी मेहनत से पाया मुकाम, सरकारी नौकरी पाकर गांव में मिसाल बन गए सलमान..
गांव के पहले मुस्लिम युवा को मिली सरकारी नौकरी, माता पिता और धामी सरकार के नकल विरोधी कानून को दिया श्रेय..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले सलमान ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। सलमान ने उत्तराखंड सरकार के शहरी विकास विभाग में सरकारी नौकरी प्राप्त कर न केवल अपने परिवार का, बल्कि पूरे गांव का सिर गर्व से ऊंचा किया है। खास बात यह है कि उनके गांव में लगभग 7000 से ज्यादा मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं, लेकिन अब तक किसी को भी सरकारी नौकरी नहीं मिली थी। सलमान इस गांव से सरकारी नौकरी पाने वाले पहले व्यक्ति हैं, और इससे गांव के युवाओं में नई ऊर्जा और प्रेरणा का संचार हुआ है।सलमान ने इस सफलता का श्रेय अपनी कड़ी मेहनत के साथ-साथ धामी सरकार द्वारा लागू किए गए नकल विरोधी कानून को दिया है। उन्होंने कहा कि इस कानून के लागू होने के बाद परीक्षाओं में पारदर्शिता आई है, जिससे मेहनत करने वाले युवाओं को उचित अवसर प्राप्त हो रहे हैं।
सलमान ने यह भी बताया कि उनके पिता गुलशनम, जो पत्थर घिसाई का काम करके परिवार का पालन-पोषण करते हैं, ने कठिन परिश्रम किया है। सलमान पांच बहन-भाई हैं और उनका परिवार सीमित संसाधनों के बावजूद उनके सपनों का साथ देता रहा। सलमान की सफलता ने अब गांव के अन्य युवाओं को भी प्रेरित किया है कि यदि वे पूरी मेहनत से पढ़ाई करेंगे, तो सरकारी नौकरियों में सफल हो सकते हैं।
———————————–हरिद्वार जनपद के गाड़ोवाली गाँव निवासी सलमान के माता-पिता गुलशनम और रिजवाना, ने भी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि नकल विरोधी कानून लागू होने के बाद परीक्षाओं में जो पारदर्शिता आई है, उससे युवाओं को नए अवसर मिल रहे हैं और उन्हें पढ़ाई के जरिये अपने भविष्य को संवारने की प्रेरणा मिल रही है। सलमान की सफलता ने गांव में एक सकारात्मक बदलाव की नींव रख दी है। अब, उनके गांव के युवा भी उनके नक्शेकदम पर चलकर सरकारी नौकरियों में सफलता पाने का सपना देख रहे हैं।