अपराधहरिद्वार

नशा मुक्ति केंद्र में युवक की संदिग्ध हालात में मौत, परिजनों ने लगाया मारपीट का आरोप..

चार बच्चों का था पिता था मृतक– परिजनों के लिए टूटा दुखों का पहाड़..

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पंच👊नामा
रुड़की: भगवानपुर थाना क्षेत्र के करौंदी गांव में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की खबर गांव में पहुंची। मृतक की पहचान बॉबी पुत्र विजयपाल के रूप में हुई है, जिसे परिजनों ने नौ जून को बेल्डा गांव स्थित एक निजी अनमोल नशा मुक्ति केंद्र में नशा छुड़ाने के लिए भर्ती कराया था। चंद दिनों में ही युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिससे परिजन सदमे में हैं।परिजनों ने केंद्र पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बॉबी को इलाज के नाम पर मारा-पीटा गया, जिसके चलते उसकी मौत हुई।नशा मुक्ति केंद्र से आई मौत की सूचना, जवाब नहीं दे पाया प्रबंधन…..!
परिजनों के अनुसार, उन्हें अचानक नशा मुक्ति केंद्र से कॉल आई कि बॉबी की तबीयत खराब हो गई है और उसे अस्पताल ले जाया जा रहा है। यह सुनते ही घरवाले परेशान हो गए और बार-बार फोन कर केंद्र से संपर्क करने की कोशिश करते रहे, लेकिन वहां से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। कुछ देर बाद एक निजी एंबुलेंस बॉबी के शव को लेकर करौंदी गांव स्थित उसके घर पहुंची और उसे वहां छोड़कर चालक मौके से फरार हो गया।मृत अवस्था में घर पहुंचा बेटा, बुजुर्ग पिता के लिए टूटा दूसरा पहाड़….
बॉबी के पिता विजयपाल पहले ही अपने बड़े बेटे को एक साल पहले खो चुके हैं, और अब छोटे बेटे की मौत ने उन्हें पूरी तरह तोड़कर रख दिया है। बताया जा रहा है कि बॉबी के चार छोटे-छोटे बच्चे हैं, जो अब पिता की छाया से वंचित हो गए हैं।पुलिस में दी गई तहरीर, एसपी देहात ने दिए जांच के निर्देश….
घटना के बाद परिजनों ने शव को लेकर सिविल लाइन कोतवाली रुड़की पहुंचे और पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शव का पंचनामा भरवाया और पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में भिजवा दिया। वहीं एसपी देहात शेखर सुयाल ने बताया कि मामला संज्ञान में लिया गया है, “परिजनों की तहरीर पर जांच शुरू कर दी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।मृतक था मिलनसार स्वभाव का, खुद की मर्जी से गया था इलाज के लिए….
स्थानीय लोगों के मुताबिक बॉबी स्वभाव से शांत और मिलनसार व्यक्ति था। नशे की लत से छुटकारा पाने के लिए उसने स्वयं की इच्छा और परिजनों की सहमति से नशा मुक्ति केंद्र में दाखिला लिया था। लेकिन कुछ ही दिन में इस दर्दनाक अंजाम ने सबको हिलाकर रख दिया है।ग्रामीणों और परिजनों की मांग है कि नशा मुक्ति केंद्र की गतिविधियों की पूरी तरह जांच की जाए और अगर मारपीट के आरोप सही पाए जाते हैं तो दोषियों को सख्त सजा मिले।

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