
पंच👊नामा
रुड़की: इंसान का लालच ही उसे ठगों के जाल में फंसा देता है, और इसी कमजोरी का फायदा उठाकर दो ठग मुकीम और शोएब लोगों से लाखों की ठगी कर रहे थे। ये ठग ‘जादुई लोटा’ बेचने के नाम पर लोगों को अपनी जालसाजी का शिकार बना रहे थे, लेकिन हरिद्वार पुलिस की सख्ती ने उनके इस गोरखधंधे की पोल खोल दी। पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल के निर्देश पर कोतवाली रुड़की पुलिस ने चेकिंग के दौरान इन दोनों को धर दबोचा और इनके पास से ठगी में इस्तेमाल किया जाने वाला ‘जादुई लोटा’ भी बरामद किया।
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क्या है ‘जादुई लोटा’ का खेल…?गिरफ्तार ठगों का तरीका बड़ा दिलचस्प था। ये लोग एक साधारण पीतल के लोटे पर काली टेप चिपकाकर उसे जादुई बताकर बेचते थे। लोगों को यह झांसा दिया जाता था कि यह ‘राइस पुलिंग’ धातु से बना है, जिसकी कीमत करोड़ों में होती है।
इस धातु को चावल खींचने की ताकत वाला बताया जाता और दावा किया जाता कि इसका उपयोग अंतरिक्ष अनुसंधान और डिफेंस प्रोजेक्ट्स में किया जाता है। पीड़ितों को भरोसे में लेने के लिए ये ठग वीडियो दिखाते, जिसमें यह लोटा चावल खींचता हुआ नजर आता।
इस जालसाजी में ये लोग फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल करते और किसी दूर-दराज के इलाके में फर्जी नाम से ठगी का सौदा कर फरार हो जाते।
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कैसे हुआ गिरोह का पर्दाफाश…?बीती देर रात रुड़की कोतवाली प्रभारी (आईपीएस) कुश मिश्रा के नेतृत्व में रुड़की पुलिस गश्त पर थी। इस दौरान A TO Z मार्ग के पास दो संदिग्ध युवक खड़े दिखाई दिए। पूछताछ करने पर वे जवाब देने में हड़बड़ा गए। जब पुलिस ने तलाशी ली, तो उनके पास से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और एक जादुई लोटा बरामद हुआ।
गिरफ्तार ठगों ने कबूल किया कि वे इस लोटे को जादुई बताकर लोगों को 10 से 15 लाख रुपये में बेचते थे और मौका मिलते ही भाग जाते थे।
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गिरफ्तार ठगों की पहचान….
1:- मुकीम पुत्र इलियास, निवासी इकबालपुर कमेलपुर, कोतवाली गंगनहर, हरिद्वार
2:- शोएब पुत्र जमीर, निवासी किशनपुर जमालपुर, थाना भगवानपुर, हरिद्वार, उम्र 22 वर्ष
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बरामद सामान…
2 फर्जी आधार कार्ड
2 असली आधार कार्ड
2 पैन कार्ड
1 काली टेप चढ़ा जादुई लोटा
नगदी 2,310/- रुपये
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पुलिस टीम में शामिल और कार्रवाई…
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं म मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इनके एक अन्य साथी की तलाश जारी है।इस पूरे ऑपरेशन में उपनिरीक्षक विपिन कुमार, हेड कांस्टेबल मनमोहन भंडारी और कांस्टेबल अनिल शर्मा की अहम भूमिका रही।