हरिद्वार

देश की बेटी क्रांतिकारी शालू सैनी ने रचा इतिहास, एक साथ 250 अस्थियों को हरिद्वार सती घाट पर विधि-विधान से किया विसर्जित..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: उत्तराखंड समेत पड़ोसी राज्यों में “लावारिसों की वारिस” नाम से प्रसिद्ध क्रांतिकारी शालू सैनी ने एक साथ लगभग ढाई सौ अस्थियों का विसर्जन हरिद्वार में किया।एक साथ इतनी अस्थियों का विसर्जन आजतक किसी महिला ने नही किया। आकंडो के मुताबिक अब तक करीब 3 हजार अस्थियों का विर्सजन शालू सैनी कर चुकी है। कोरोना काल के दौरान जहां अपने ही अपनों से दूर भाग रहे थे, इन परिस्थितियों में क्रांतिकारी शालू सैनी ने अपनी जान की परवाह ना करते हुए शवों का अंतिम संस्कार करना शुरू किया, तभी से क्रांतिकारी शालू सैनी “लावारिसों की वारिस” के नाम से प्रसिद्ध हो गई। जनपद के साथ-साथ पड़ोसी जनपदों व राज्यो में वर्ष 2019 से शालू सैनी इस समाज सेवा को करने के लिए तन-मन-धन व निस्वार्थ भाव से लगी हुई है। जिसके चलते शालू सैनी को “लावारिसों की वारिस” के नाम से जानने लगे है। शालू सैनी ने जनता से अपील की है कि कोई भी उनकी इस सेवा में उन्हें अपनी सहायता प्रदान कर सकता है।

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