कैबिनेट मंत्री की आवाज में कॉल कर ठगी का प्रयास, मचा हड़कंप..
मंत्री के पीआरओ ने पुलिस को दी तहरीर..

पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: भोले-भाले लोगों की मेहनत की गाढ़ी कमाई ठगने के लिए शातिर ठग नए-नए तरीके अपनाते हैं। देहरादून के ऋषिकेश में ठगों ने उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की आवाज निकालकर ही ठगी का प्रयास कर डाला। ठग ने मनी ट्रांसफर सेंटर चलाने वाले एक युवक से हुबहू प्रेमचंद अग्रवाल की आवाज में कैबिनेट मंत्री बनकर बात की और खाते में 21 हजार 863 रुपये जमा करने को कहा। इतना ही नहीं, विश्वास दिलाने के लिए पहले एक व्यक्ति ने मंत्री का पीएसओ बनकर बात की और कहा कि माननीय मंत्री जी आपसे बात करेंगे। गनीमत रही कि ठग कामयाब नहीं हो पाए। दुकानदार ने कॉल भी रिकॉर्ड कर ली। इस मामले में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के जनसंपर्क अधिकारी ताजेंद्र नेगी ने ऋषिकेश कोतवाली पुलिस को दी तहरीर दी। पुलिस जांच में जुट गई है।
पुलिस के मुताबिक, ऋषिकेश में चौदह बीघा निवासी संदीप परमार मनी ट्रांसफर सेंटर चलाते हैं। किसी व्यक्ति ने संदीप के मोबाइल पर कॉल की। उसने खुद को कैबिनेट मंत्री का पीएसओ बताकर कहा कि कैबिनेट मंत्री आपसे बात करना चाहते हैं। कुछ समय बाद कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की आवाज में संदीप परमार को एक अकाउंट नंबर पर आनलाइन माध्यम से 21 हजार 863 रुपये जमा करने को कहा गया। कैबिनेट मंत्री की आवाज में बात करने वाले व्यक्ति का कहना था कि उनकी बहन की बेटी की फीस जमा होनी है। तुरंत पेमेंट ट्रांसफर कर दे और किसी को उनके घर भेजकर पेमेंट ले ले। संदीप परमार का कहना था कि वह अभी दुकान पर नहीं है और बुआ के घर आया हुआ है। इस पर मंत्री बनकर बात कर रहे व्यक्ति का कहना था कि मैं खुद कॉल कर रहा है, इस बात का तो लिहाज कर लो। इसके बाद संदीप परमार के व्हट्सएप पर लगातार मैसेज भी किए। कैबिनेट मंत्री के जनसंपर्क अधिकारी ताजेंद्र नेगी को इस बारे में पता चला तो हड़कंप मच गया। पुलिस अब छानबीन करते हुए उसे मोबाइल नंबर की कुंडली खंगालने में जुट गई है, जिससे कॉल आई थी। वहीं, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने कहा कि मंगलवार को हुई कैबिनेट मीटिंग के बाद उनको इस बात की जानकारी मिली थी कि कोई व्यक्ति उनका नाम लेकर और उनके जैसी हुबहू आवाज निकाल कर किसी से पैसे मांग रहा है. हालांकि, इस तरह की जो घटनाएं बढ़ रही हैं, वह काफी चिंताजनक है. लिहाजा उन्होंने अपने ओएसडी को कहकर ऋषिकेश कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.