अपराधहरिद्वार

पुलिस की जांच में हवाई निकली फायरिंग की कहानी, फिर भी हिस्ट्रीशीटर के समर्थन में उतर आई भाजपा..

मदन कौशिक के करीबी पार्षदों ने कनखल थाने में की पेशबंदी, चैंपियन-उमेश विवाद के बाद पुलिस के सामने नई चुनौती..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: खन्नानगर में साल 2022 में सामने आए गोली कांड की आंच एक बार फिर सुलगाने का काम शुरू हो गया है। पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और उमेश कुमार की अदावत के चलते जिले के लॉ एंड ऑर्डर को कायम रखने की जद्दोजहद में जुटी पुलिस के सामने अब भाजपाइयों ने मुश्किल खड़ी कर दी है। एक बार फिर निशाने पर खन्नानगर के युवा नेता दीपक टंडन है। पहले तो पूर्व भाजयुमो नेता और हिस्ट्रीशीटर विष्णु अरोड़ा ने कांग्रेसी नेता दीपक टंडन पर असलहा दिखाने और फायरिंग करने का आरोप लगाया। पुलिस की जांच में जब हवाई आरोपों की हवा निकल गई तब दबाव बनाने के लिए पूरी टीम मदन कौशिक मैदान में उतर आई। लोग हैरान है कि एक हिस्ट्रीशीर का बचाव करने के लिए आखिरकार पूरी बीजेपी को गोलबंदी करने की जरूरत क्यों आन पड़ी। कड़िया जोड़ने पर पता चलता है कि पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को निकाय चुनाव में उनके घर में ही घेरने वाले दीपक टंडन से राजनीतिक अदावत निकालने के लिए पूरी पटकथा लिखी गई है। लेकिन सवाल यह है कि ऐसा करते हुए भाजपा आखिर हरिद्वार के आम नागरिकों को क्या संदेश देना चाहती है। फिलहाल पुलिस पर जबरिया दबाव बनाने का सिलसिला जारी है।कांग्रेसी नेता दीपक टंडन और पूर्व भाजयुमो नेता व ज्वालापुर कोतवाली के हिस्ट्रीशीटर विष्णु अरोड़ा के बीच विवाद चला आ रहा है। बुधवार की रात विष्णु अरोड़ा ने कनखल थाने पहुंचकर आरोप लगाया था कि वह जगजीतपुर के एक बैंकेट हॉल में शादी में गया था। जहां कांग्रेसी नेता दीपक टंडन ने उसे अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर दिखाते हुए फिर कई राउंड हवाई फायरिंग की।

फाइल फोटो: फायरिंग

उससे झगड़ा करने का भी प्रयास किया, लेकिन वह वहां से भाग निकला। पुलिस ने रात में ही मौके पर पहुंचकर पड़ताल की। दीपक टंडन से पूछताछ करते हुए उसके असलहे को जांचा। साथ ही बैंकेट हॉल में लगे कैमरें खंगालते हुए लोगों से जानकारी ली। शुरुआती जांच में फायरिंग की बात सामने नहीं आई।

फाइल फोटो: भाजपा

गुरुवार की देर शाम भाजपा पार्षद सुनील अग्रवाल, ललित रावत, भूपेंद्र सिंह, किशन बजाज आदि भाजपाई इकट्ठा होकर कनखल थाने पहुंच गए और हिस्ट्रीशीटर का समर्थन करते हुए दीपक टंडन पर कार्रवाई की मांग करने लगे। भाजपाइयों ने दबाव बनाया कि दीपक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। लेकिन पुलिस का कहना था कि जांच में ऐसी कोई बात सामने ही नहीं आई है। इसके बावजूद जांच का भरोसा दिलाया गया। एसओ मनोज नौटियाल ने बताया कि शुरुआती जांच में फायरिंग की बात सामने नहीं आई थी। मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
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विष्णु ने टंडन के घर पर की थी फायरिंग….

फाइल फोटो

साल 2022 में हिस्ट्रीशीटर विष्णु अरोड़ा ने अपने साथियों के साथ मिलकर खन्नानगर में दीपक टंडन के घर पर दिनदहाड़े फायरिंग की थी। जिससे कॉलोनी में अफरा-तफरी मच गई थी। बाद में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद कई राज्यों में छापेमारी करते हुए आरोपी विष्णु और उसके साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
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एसएसपी के निर्देश पर खुली थी हिस्ट्रीशीट….विष्णु अरोड़ा के खिलाफ शहर कोतवाली, ज्वालापुर कोतवाली और कनखल थाने में झगड़े मारपीट, जानलेवा हमले की धाराओं में कई मुकदमें दर्ज चले आ रहे हैं। खन्नानगर गोलीकांड के बाद एसएसपी के निर्देश पर ज्वालापुर कोतवाली में उसकी हिस्ट्रीशीट खोली गई थी।
————————————-हिस्ट्रीशीटर विष्णु अरोड़ा के लगाए आरोप बेबुनियाद है। पूर्व में भी उसने मेरे घर पर पहुंचकर कातिलाना हमला किया था,तब उसे जेल भेजा गया था। पार्षद का चुनाव मेरी पत्नी कांग्रेस से लड़ी थी। एक भाजपा दिग्गज नेता के इशारे पर सब साजिश मेरे खिलाफ रची जा रही है। पुलिस की जांच में पूरा मामला दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।
दीपक टंडन ,कांग्रेसी नेता

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