जायरीनों के लिए वरदान बना रैन बसेरा, फ़िज़ूलख़र्ची बताने वालों को मिला जवाब..
बारिश के दौरान बच्चों, महिलाओं और बुज़ुर्गों को मिली पनाह..

पंच👊नामा
पिरान कलियर: उर्स में जायरीनों की सहूलियत के लिए बनाया गया रैनबसेरा उस समय लोगों के लिए वरदान साबित हुआ जब अचानक देर रात तेज़ बारिश शुरू हो गई, कई घण्टो की बारिश से पूरा क्षेत्र जलमग्न हो गया लेकिन रैनबसेरे ने हजारों जायरीनों को पनाह देने का काम किया। रैनबसेरे में रात गुजारने वाले जायरीनों ने प्रशासन के इस इंतेज़ाम की खूब सराहना की। बच्चे, बूढ़े और महिलाओं सहित हजारों जायरीनों ने भारी बारिश के बीच सुकून की नींद हासिल की।
जानकारी के अनुसार पिरान कलियर स्थित विश्व प्रसिद्ध दरगाह हजरत अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक का 754 वा सालाना उर्स/मेला चल रहा है। उर्स की व्यवस्थाओं के मद्देनजर पुलिस/प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है।
इन्ही सबके बीच इस बार पार्किंग स्थल के सामने एक बड़ा वॉटरप्रूफ रैनबसेरा बनाया गया है, हालांकि उस समय कुछ लोग इसे फ़िज़ूल खर्च का नाम दे रहे थे, लेकिन देर रात हुई तेज़ बारिश ने सभी आलोचनाओं पर विराम लगाते हुए प्रशासन के इस इंतेज़ाम को सही साबित कर दिया।
बारिश के बचने के लिए हजारों जायरीनों ने रैनबसेरे में पनाह ली, इतना ही नही बल्कि सुकून की रात भी गुजारी। रैनबसेरे में छोटे-छोटे बच्चे, महिलाएं और बुजुर्गों ने बारिश से बचने और सुकून वाला इंतेज़ाम होने पर राहत की सांस ली। वही लोगों ने प्रशासन का आभार भी जताया।