नही रहे वरिष्ठ समाजसेवी चौधरी मोती सिंह प्रजापति, बढ़ापुर में शोक की लहर..
97 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस, हृदय गति रुकने से हुआ निधन..
पंच👊नामा-ब्यूरो
बढ़ापुर, बिजनौर: सात दशक तक रामलीला मंचन में दमदार संवाद के साथ विभिन्न पात्रों के जीवंत किरदार निभाने वाले कस्बे के वरिष्ठ कलाकार व समाजसेवी चौधरी मोती सिंह प्रजापति (97 वर्ष) का हृदय गति रुकने से निधन हो गया।
बढ़ापुर कस्बे के मुख्य बाजार निवासी वरिष्ठ समाजसेवी चौधरी मोती सिंह प्रजापति स्थानीय रामलीला मंचन के जनक माने जाते थे। उन्होंने सन 1950 में अपनी युवावस्था से यहां श्री चुन्नी वाला मंदिर के मैदान में आदर्श रामलीला कमेटी की ओर से होने वाली रामलीला मंचन के शुरुआती दिनों से सात दशक तक लंकापति रावण, सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र, अमर सिंह राठौड़ व पृथ्वीराज चौहान आदि के जीवंत किरदार निभाकर लोगों के दिलों में अपनी दमदार पहचान बनाई।
कस्बे के रंगमंच प्रेमी अमित गुप्ता उर्फ मिक्की, धर्मेंद्र कुमार उर्फ मिंटू गुप्ता, रमेशचंद्र, नरेश कुमार, प्रमोद कुमार व रफीक अहमद आदि बताते है कि रामलीला मंचन के वरिष्ठ कलाकार चौधरी मोती सिंह प्रजापति मंचन के समय पात्रों के किरदार में खो जाते थे और उनके द्वारा निभाए जाने वाले विभिन्न पात्रों के जीवंत किरदार की अदायगी को देखने के लिए कस्बे ही नही ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्र से भी लोग यहां आते थें और पूरी रात चलने वाले मंचन में एक ही स्थान पर बैठे रहकर उनकी दमदार संवाद के साथ विभिन्न पात्रों के जीवंत किरदार अदायगी की प्रतिभा को सराहते थें। चौधरी रामलीला मंचन के सात दशकों के दौरान स्थानीय आदर्श रामलीला कमेटी के निदेशक व अध्यक्ष भी रहे है जो पिछले कई वर्षों से आदर्श रामलीला कमेटी के संरक्षक का दायित्व संभाल रहे थे। अचानक स्वास्थ्य खराब होने पर परिजनों ने उनको बिजनौर शहर के एक बड़े निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां उपचार के दौरान हृदय गति रुक जाने से उनका निधन हो गया। उनके निधन से प्रजापति परिवार में मातम छा गया और बढ़ापुर कस्बे में भी शोक की लहर दौड़ गई। बढ़ापुर नगर पंचायत अध्यक्ष डा० दिलशाद अंसारी, प्रेस क्लब संरक्षक शकील अहमद व अध्यक्ष फरीद अहमद खान, पंकज अग्रवाल आदि ने उनके आवास पहुंचकर शोकाकुल परिवार का ढांढ़स बंधाया और सांत्वना दी।