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दारोगा और वीडीओ भर्ती घोटाले के एक और आरोपी पर कसा शिकंजा, एक करोड़ की संपत्ति होगी जब्त..

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखंड एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई, आरएमएस कंपनी का सुपरवाइजर निकला करोड़पति..

पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: प्रदेश में इन दिनों भर्ती माफियाओं पर नकेल कसने का सिलसिला जारी है।

फाइल फोटो: सीएम पुष्कर सिंह धामी..

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखंड एसटीएफ ने अब यूकेएसएससी परीक्षा माफियाओं में से एक विपिन बिहारी की संपत्ति का आकलन किया है।

फाइल फोटो: आरोपी विपिन बिहारी

परीक्षा कराने वाली आरएमएस कंपनी में सुपरवाइजर के तौर पर तैनात आरोपी विपिन बिहारी की एक करोड़ रुपए की संपत्ति निकलकर सामने आई है। एसटीएफ की छानबीन में सामने आया है कि विपिन बिहारी की युकेएसएसएससी परीक्षा पेपर लीक के अलावा वर्ष 2015.2016 में आयोजित दरोगा भर्ती परीक्षा और वीडीओ परीक्षा में मुख्य भूमिका थी।

फाइल फोटो

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया गया कि यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में एसटीएफ की ओर से इस गिरोह के 24 सदस्यों के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया गया था।

फाइल फोटो: इंस्पेक्टर कुंदन सिंह राणा

जिसकी जांच इंस्पेक्टर कुंदन सिंह राणा कर रहे हैं। आरोपियों की चल अचल सम्पत्ति को भी गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत सीज करने की कार्यवाही भी की जा रही है। गैंग के एक सदस्य विपिन बिहारी की सम्पत्ति का आंकलन पूरा कर लिया गया है। जिसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करते हुए जिलाधिकारी देहरादून को जब्तीकरण के लिए भेज दी गई है।
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फाइल फोटो

अभी तक सात आरोपियों की संपत्ति हो चुकी चिन्हित…..
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि गैंगस्टर अधिनियम की धारा-14(1)  के तहत
अभी तक इस गैंग के 07 सदस्यों हाकम सिंह, अंकित रमोला, चन्दन मनराल, जयजीत दास, मनोज जोशी, दीपक शर्मा एवं केन्द्रपाल की संपत्तियों का आंकलन कर जब्तिकरण की रिपोर्ट जिलाधिकारी देहरादून को भेजी गई है। इनमें चंदन मनराल, हाकम सिंह, अंकित रमोला और जय जीत दास की संपत्ति कुर्क कर ली गई है। अन्य के खिलाफ कार्यवाही प्रचलित है,।
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फाइल फोटो: इंस्पेक्टर कुंदन सिंह राणा

इंस्पेक्टर कुंदन राणा ने खंगाली कुंडली…..
अनुभवी और तेजतर्रार इंस्पेक्टर कुंदन सिंह राणा ने गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे की जांच करते हुए आरोपियों की संपतियां खंगाली हैं। देहरादून की सुद्दोवाला जेल में बंद विपिन बिहारी इन परिक्षाओं को आयोजित कराने वाली आरएमएस कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर तैनात था और प्रश्न पत्र लीक कराने में उसने मुख्य भूमिका निभायी थी।

फाइल फोटो

इसके अलावा वर्ष 2015-2016 की दरोगा भर्ती परीक्षा और वीडीओ परीक्षा में ओएमआर शीट में हेराफेरी करने में भी संलिप्तता पायी गयी। विपिन विहारी की चल अचल सम्पत्तियों का गहनता से छानबीन करने पर अपराधी की लगभग एक करोड़ की चल अचल सम्पत्ति का पता लगा है।

फाइल फोटो

जिसमें परिजनों के नाम से लखनऊ-सीतापुर हाईवे से लगी हुयी 23 बीघा जमीन जिसका बाजारी मूल्य करीब 65 लाख रूपये, एक 650 वर्ग फीट का लखनऊ शहर में एक प्लॉट व लगभग 04 लाख रूपये विभिन्न बैंकों में जमा किए जाना पाया गया।

फाइल फोटो

बताया कि गैंगस्टर की विवेचना में राजेश कुमार चैहान, दीपक शर्मा, अंकित रमोला, शशिकांत, हाकम सिंह, केंद्रपाल, जयजीत, अभिषेक वर्मा, मनोज जोशी, मनोज जोशी, दीपक शर्मा, महेन्दर चैहान, हिमांशु कांडपाल, तनुज शर्मा, ललित राज, चन्दन मनराल, जगदीश गोस्वामी, बलवन्त रौतेला, कुलवीर, दिनेश जोशी, योगेश्वर राव, विपिन विहारी, गौरव नेगी एवं संजीव कुमार चौहान कुल 24 अभियुक्तों की सम्पत्ति की जॉच कर जब्तीकरण की कार्यवाही की जा रही है।

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