कलियर से पैदल ज्वालापुर पहुंच गए तीन मासूम, पुलिस ने परिजनों से मिलाया..
गश्त के दौरान कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा की पड़ी नजर, बच्चे सकुशल मिलने पर परिजनों ने बोला शुक्रिया..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: कलियर से पैदल चलकर तीन मासूम बच्चे राह भटकने के कारण ज्वालापुर पहुँच गए, वही गश्त पर निकले ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा की नजर लावारिस हालत में घूमते बच्चो पर पड़ी तो उन्होंने बच्चों से पूछताछ करते हुए कोतवाली ले आए, जहा बच्चो ने खुद को पिरान कलियर के रहने वाले बताते हुए कहा कि वह घर से दरगाह के लिए निकले थे और रास्ता भटकते हुए यहां आ गए। ज्वालापुर कोतवाली पुलिस ने कलियर थाने में संपर्क किया तो पता चला कि लापता बच्चो के परिजन बच्चो के गुम होने की शिकायत लेकर थाने आए है। परिजनों को बच्चो की जानकारी दी गई और कलियर पुलिस परिजनों को लेकर ज्वालापुर कोतवाली पहुँची जहा तीनो बच्चो को सकुशल उनके सुपुर्द कर दिया गया।

रविवार की सुबह जवालापुर कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा गश्त के लिए क्षेत्र में निकले थे, तभी उनकी नजर तीन बच्चों पर पड़ी जो लावारिश हालत में इधर-उधर भटक रहे थे। इंस्पेक्टर राणा ने बच्चो को बुलाया और उनसे पूछताछ की तो उन्होंने अपना नाम अब्दुल्ला उम्र 12 समद उम्र 13 व सुफियान उम्र 9 वर्ष निवासी पिरान कलियर बताया। बच्चो ने बताया कि वह घर से दरगाह के लिए निकले थे लेकिन रास्ता भटकने के कारण वह ज्वालापुर पहुँच गए। इंस्पेक्टर कुंदन सिंह राणा तीनो बच्चो को अपनी गाड़ी में बैठाकर कोतवाली ले आए, और कलियर थाना प्रभारी जहांगीर अली से संपर्क किया तो पता चला कि बच्चों के परिजन कलियर थाने में बच्चों की गुमशुदगी लेकर पहुँचे है। इसके बाद परिजनों को बच्चो की जानकारी दी गई, और कलियर थाना पुलिस परिजनों को लेकर ज्वालापुर कोतवाली पहुँची। बच्चो को सही सलामत पाने पर परिजनों ने पुलिस का आभार व्यक्त किया। पुलिस टीम में कांस्टेबल ताजवर चौहान व आंनद रावत, हेडकॉस्टेबल भीम दत्त, कांस्टेबल जितेंद्र सिंह शामिल रहे।
