स्कूल में किचन गार्डन: बच्चे बने छोटे किसान, उगाएंगे जैविक सब्जियां, मिलेगा भरपूर पोषण..
मोबाइल और जंक फूड के आदी हो चुके बच्चों को खेती किसानी से जागरूक करने के लिए पैनासोनिक और अभिप्रेरणा फाउंडेशन की अभिनव पहल..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: राजकीय प्राथमिक विद्यालय बोगला संख्या 01, बहादराबाद के बच्चे अब केवल किताबों तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि वे खेती के गुर भी सीखेंगे। विद्यालय में स्थापित “शाकवाटिका” (किचन गार्डन) से बच्चे ताजी, जैविक और पोषण से भरपूर सब्जियां खाएंगे। यह अभिनव पहल पैनासोनिक लाइफ सॉल्यूशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और अभिप्रेरणा फाउंडेशन के सहयोग से की गई है।
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बच्चे बनेंगे ‘छोटे किसान’…..शहरों में जहां बच्चे मोबाइल और जंक फूड के प्रति आकर्षित हो रहे हैं, वहीं यह किचन गार्डन प्राकृतिक और स्वास्थ्यवर्धक जीवनशैली की ओर लौटने की अनूठी पहल है। इस शाकवाटिका में उगाई जाने वाली टमाटर, बैंगन, लौकी, तोरई, पालक, धनिया, लाल चोलाई जैसी हरी सब्जियों की देखभाल खुद बच्चे करेंगे।
प्रत्येक छात्र को एक-एक पौधे की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, जिससे उनमें न केवल स्वच्छता और अनुशासन की भावना विकसित होगी, बल्कि वे पर्यावरण संरक्षण और जैविक खेती के महत्व को भी समझ सकेंगे। विद्यालय के प्रधानाचार्य विकास चौहान ने बताया कि जब बच्चे अपने हाथों से उगाई गई सब्जियां खुद अपने भोजन में देखेंगे, तो उनका मनोबल भी बढ़ेगा और वे पौष्टिक भोजन को लेकर अधिक जागरूक होंगे।
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दो साल से तस्वीर बदल रहा अभिप्रेरणा फाउंडेशन……पैनासोनिक लाइफ सॉल्यूशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के वित्तीय सहयोग से अभिप्रेरणा फाउंडेशन पिछले दो वर्षों से इस विद्यालय को गोद लेकर इसकी स्थिति सुधारने का कार्य कर रहा है। इसमें भवन की मरम्मत, रंग-रोगन, स्वच्छता और आधारभूत सुविधाओं में सुधार किया गया है। वहीं, अभिप्रेरणा फाउंडेशन बच्चों के लिए शैक्षिक और रचनात्मक गतिविधियों का संचालन कर रहा है।
अभिप्रेरणा फाउंडेशन के सचिव डॉ. दीपेश चंद्र प्रसाद ने कहा कि”आजकल बच्चे सब्जियों से दूर होते जा रहे हैं,

जिससे उनका स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। इस किचन गार्डन से वे न केवल पौधों की देखभाल करना सीखेंगे, बल्कि ताजा और जैविक सब्जियों का सेवन भी करेंगे। इससे उनमें प्रकृति के प्रति प्रेम और जिम्मेदारी का भाव विकसित होगा।
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स्कूल कैंपस बनेगा हरा-भरा, सेहतमंद होगा बचपन…..इस पहल से स्कूल का परिसर भी हरी-भरी और स्वच्छ रहेगा, जिससे बच्चों के लिए एक सुखद और स्वास्थ्यवर्धक वातावरण बनेगा। इस अभियान में विद्यालय के शिक्षकों, छात्रों और अभिप्रेरणा फाउंडेशन की टीम—वैशाली शर्मा, दीपक धीमान, कृति नेगी और पंकज चौहान ने सक्रिय भागीदारी निभाई। “अब स्कूल में सिर्फ पढ़ाई ही नहीं, बल्कि सेहत और प्रकृति के प्रति जागरूकता भी सिखाई जाएगी,” यह कहते हुए प्रधानाचार्य विकास चौहान ने इस पहल को स्कूल के भविष्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया।
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छोटे कदम, बड़े बदलाव….
इस किचन गार्डन से बच्चों में एक नई जिम्मेदारी और आत्मनिर्भरता का विकास होगा। यह पहल सरकारी स्कूलों के बच्चों को न केवल स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करेगी, बल्कि उन्हें खेती और पर्यावरण संरक्षण के महत्व को भी सिखाएगी।