
पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: कोलकाता में जूनियर डॉक्टर से रेप और निर्मम हत्या की घटना को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है।

डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं और राजनीतिक व धार्मिक संगठन बंगाल सरकार के खिलाफ मोर्चा संभाले हुए हैं। इस बीच उत्तराखंड में उधमसिंहनगर जिले के रुद्रपुर में एक नर्स को दरिंदगी का शिकार बना दिया गया।

अकेली घर लौट रही नर्स से एक सिरफिरे ने पहले लूटपाट की और फिर रेप किया। इसके बाद निर्ममता से मौत के घाट उतार दिया। हालांकि, रुद्रपुर की यह दिल दहला देने वाली घटना कोलकाता की तरह नेशनल मीडिया का हिस्सा नहीं बन सकी। इसको लेकर किसी प्रकार के विरोध प्रदर्शन और हड़ताल जैसी बात भी सामने नहीं आई।

बहरहाल, इन घटनाओं के बाद अब राजधानी देहरादून में मानसिक रूप से अस्वस्थ एक किशोरी के साथ रोडवेज बस के अंदर गैंगरेप का मामला सामने आया है। किशोरी को रेस्क्यू करने के बाद बदहवास हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दो संदिग्धों को हिरासत में ले लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
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झाड़ियां से मिला था नर्स का कंकाल…..

उधमसिंहनगर में गदरपुर के इस्लामनगर निवासी एक व्यक्ति की 32 वर्षीय बेटी तस्लीम जहां नैनीताल रोड स्थित एक अस्पताल में नर्स थी। वह अपनी 11 साल की बेटी के साथ बिलासपुर की कॉलोनी में रहती थी। 30 जुलाई से वह लापता थी। उसकी बहन ने 31 जुलाई को रुद्रपुर कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।

पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज करने के बाद सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो वह अंतिम बार 30 जुलाई की शाम काॅलोनी के पास दिखी थी। बीते दिनों उसका कंकाल उसकी काॅलोनी को जाने वाली सड़क के पास एक खाली प्लाॅट की झाड़ियों से बरामद हुआ था। परिजनों ने कपड़ाें के आधार पर उसकी शिनाख्त की थी।

आठ अगस्त को डिबडिबा क्षेत्र में ही वसुंधरा इनक्लेव से कुछ आगे एक खाली प्लाट में तस्लीम जहां की क्षत-विक्षत लाश मिली थी। इस पर पुलिस ने हत्या की जांच शुरू कर दी थी। पुलिस टीम ने बासनी जोधपुर पश्चिम राजस्थान से आरोपी धर्मेन्द्र पुत्र पूरन लाल निवासी तुरसा पट्टी थाना शाही जिला बरेली को गिरफ्तार कर खुलासे का दावा किया।

एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि काशीपुर रोड में मेन रोड से अन्दर जाते रास्ते में जाते हुए उसने नर्स को लूट के इरादे से पकड़ लिया और उसका मुंह दबाते हुए साथ में खाली झाड़ियों वाले प्लाट में ले जाकर पर्स से करीब 3 हजार रुपये और उसके मोबाइल फोन लूट लिया।

रेप के बाद चुन्नीसे ही गला घोंट कर मार दिया था। परिजनों का कहना है की घटना में धर्मेंद्र के साथ कोई और व्यक्ति भी साथ रहा है। इसलिए उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। अब इस मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई गई है।
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पुलिस ने कामकाजी महिलाओं से की अपील…..

उधमसिंह नगर में नर्स के साथ दरिंदगी के बाद उत्तराखंड पुलिस में कामकाजी महिलाओं से अपील की है। प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर एपी अंशुमान ने बताया कि नर्स के साथ हुई घटना बेहद चिंताजनक है। इस घटना को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा को देखते हुए हमने प्रत्येक थाने में महिला हेल्प डेस्क की व्यवस्था कि गई है। एपी अंशुमान ने बताया कि साथ ही पुलिस सभी कामकाजी महिलाओं से अपील करती है कि गौरा देवी एप का इस्तेमाल किया जाए। ताकि महिलाओं की सुरक्षा का समाधान किया जा सके।
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आईएसबीटी परिसर में बनाया शिकार……..

राजधानी देहरादून में हुई ताजा घटना में शनिवार को देहरादून स्थित अंतरराज्यीय बस अड्डा (आइएसबीटी) परिसर में खड़ी बस में 16 वर्षीय किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आने से सनसनी फैल गई। घटना 12-13 अगस्त मध्य रात्रि की बताई जा रही। पीड़िता दिमागी रूप से कुछ अस्वस्थ बताई जा रही।

चाइल्ड वेलफेयर हेल्पलाइन ने उसे बदहवास स्थिति में आइएसबीटी से बाहर से रेस्क्यू किया। किशोरी पंजाब की निवासी बताई जा रही। वह पंजाब से दिल्ली पहुंची और वहां से मुरादाबाद। इसके बाद परिवहन निगम की बस से देहरादून पहुंची थी। हेल्पलाइन की ओर से जब किशोरी की काउंसिलिंग की गई तो घटना का पता चला।

चाइल्ड हेल्पलाइन ने आइएसबीटी पुलिस चौकी में सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस कप्तान अजय सिंह ने बताया कि बहुत जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश कर लिया जाएगा।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने भी आइएसबीटी चौकी पहुंचकर घटना की जानकारी ली। उनके निर्देश पर पुलिस ने चार अज्ञात लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर लिया।

पंजाब निवासी है किशोरी…..
काउंसिलिंग के दौरान किशोरी ने बताया कि वह पंजाब की रहने वाली है और मुस्लिम है। उसकी आयु करीब 16 वर्ष है। किशोरी ने बताया कि उसके माता-पिता का देहांत हो चुका है। वह अपनी बहन व जीजा के साथ रहती थी। बहन व जीजा ने 11 अगस्त को उसे घर से निकाल दिया। जिसके बाद वह बस से दिल्ली पहुंची। वहां से दूसरी बस से मुरादाबाद पहुंची और वहां 12 अगस्त की शाम उसे देहरादून जाने वाली बस दिखी तो वह उसमें बैठ गई