
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: कांग्रेस में पार्षद प्रत्याशियों की घोषणा के चंद घंटे के भीतर ही बगावत के सुर बुलंद हो गए। कई वार्डो से दावेदारों के समर्थकों ने यूनियन भवन कार्यालय पहुंचकर हंगामा काटा। नोक झोक के दौरान कुछ कांग्रेसी नेताओं से हाथापाई भी हुई। देर रात तक कांग्रेस नेताओं ने समझाने में जुटे रहे। दूसरी तरफ वार्ड नंबर 44 में कांग्रेस की अपने प्रत्याशी को लेकर फजीहत हो गई है। टिकट घोषित करने के बाद पता चला कि प्रत्याशी के पांच बच्चे हैं।

प्रत्याशी से जब इस बाबत बात की गई तो उसने अपने बड़े बेटे को दावेदार बता दिया। लेकिन फजीहत तब और बढ़ गई जब उस बेटे का नाम ही वोटर लिस्ट से गायब मिला। अब इस वार्ड में कांग्रेस के लिए धर्म संकट की स्थिति पैदा हो गई है।रविवार देर शाम टिकट से वंचित रह गए दावेदारों के समर्थक इकट्ठा होकर यूनियन भवन कार्यालय पहुंच गए। ऋषिकुल, ब्रह्मपुरी, टिबड़ी समेत करीब पांच-छह वार्डो से पहुंचे दावेदारों के समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस महानगर अध्यक्ष अमन गर्ग, मुरली मनोहर और वरुण बालियान आदि ने उन्हें समझाने का प्रयास किया।
इस बीच एक अन्य कांग्रेस नेता के साथ समर्थकों की हाथापाई तक हो गई। हंगामा बढ़ने पर यूनियन भवन कार्यालय का शटर भी बंद करना पड़ा। तब पार्टी नेताओं ने समर्थकों को भरोसा दिलाया कि इस बारे में हाई कमान से बात हुई है और कुछ वार्डों में प्रत्याशी बदले जाएंगे।
इधर ज्वालापुर के त्रिमूर्ति नगर वार्ड नंबर 44 में पार्टी ने शौकत अली उर्फ चीचू को अपना प्रत्याशी बनाया, लेकिन रात में पता चला कि शौकत अली के पांच बच्चे हैं। जबकि नियम अनुसार दो बच्चों से अधिक होने पर चुनाव नहीं लड़ सकते।
पार्टी नेताओं ने जब इस बाबत शौकत से बात की तो उन्होंने अपने बड़े बेटे को चुनाव लड़ाने का दावत ठोक दिया। लेकिन बताया जा रहा है कि शौकत के बेटे का नाम वोटर लिस्ट से गायब है। ऐसे में कांग्रेस को इस वार्ड में भी प्रत्याशी को लेकर सोच विचार करना पड़ सकता है।

कुल मिलाकर यहां कांग्रेस को पुनर्विचार करने की जरूरत है।