
पंच👊नामा-ब्यूरो
विकास कुमार, हरिद्वार: इसाई धर्मावलंबियों की एक प्रार्थना सभा को लेकर सिडकुल के रावली महदूद क्षेत्र में विवाद हो गया। धर्मांतरण के लिए लालच देने का आरोप लगाते हुए हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया।

पुलिस ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि ईसाई धर्म अपना चुके एक व्यक्ति ने बीते जनवरी माह में तत्कालीन एसडीएम से चर्च में प्रार्थना करने की अनुमति ली थी। इसी प्रमोशन के आधार पर प्रार्थना सभा आयोजित की जा रही थी।

जबकि मौके पर कोई चर्च नहीं था, बल्कि कार्यक्रम का आयोजन एक खाली प्लॉट में किया जा रहा था। पुलिस ने टैंट हटवाते हुए आरोपी को हिरासत में ले लिया। पुलिस एक्ट में उसका चालान किया गया है।
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“भोले-भाले हिंदुओं को फंसाने का आरोप……

रविवार की सुबह रावली महदूद में एक खाली प्लॉट में टैंट लगाकर प्रार्थना सभा का आयोजन किया जा रहा था। सूचना पर हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और लालच देकर भोले-भाले हिंदुओं को इसाई बनाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया।

सूचना पर सिडकुल थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और कार्यक्रम के संबंध में जानकारी जुटाई। आयोजक का कहना था कि उसके पास प्रार्थना की अनुमति है। पुलिस ने अनुमति दिखाने के लिए कहा तो पता चला कि अनुमति बीते जनवरी माह में तत्कालीन उपजिलाधिकारी पूरण सिंह राणा की ओर से दी गई थी।

लेकिन अनुमति केवल एक व्यक्ति को दी गई थी और चर्च में जाकर प्रार्थना की अनुमति मांगी गई थी। जबकि मौके पर कोई चर्च नहीं है और काफी संख्या में लोग जमा थे। पुलिस ने विवाद की स्थिति को देखते हुए आयोजक को हिरासत में ले लिया। इधर, हिंदूवादी संगठन लालच और धोखे से धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग करने लगे।
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“आरोपी का पुलिस एक्ट में चालान…..

सिडकुल थानाध्यक्ष नरेश राठौड़ ने बताया कि एक व्यक्ति को चर्च में प्रार्थना करने की पुरानी अनुमति के नाम पर धार्मिक कार्यक्रम किया जा रहा था। जबकि गांव में कोई चर्च नहीं है और आयोजकों के पास सामूहिक प्रार्थना सभा के संबंध में कोई अनुमति नहीं थी। इसलिए कार्यक्रम बंद कराते हुए आरोपी का पुलिस एक्ट में चालान कर दिया गया है।
