पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: रानीपुर की टिहरी विस्थापित कॉलोनी में डबल मर्डर और सुसाइड की सनसनीखेज घटना में पुलिस की तफ्तीश में लगातार नए और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। देर रात तक हुई खोजबीन में पुलिस को पता चला है कि दिल्ली में हल्दीराम कंपनी में नौकरी करने वाले राजीव अरोड़ा की पत्नी सुनीता और सास शकुंतला चार-पांच दिन पहले देहरादून पहुंची थी। रविवार को मां-बेटी टिहरी विस्थापित कॉलोनी में अपने घर पहुंची। जबकि राजीव अरोड़ा अपनी पत्नी और सास को ढूंढते हुए सोमवार को ही हरिद्वार पहुंचे थे। यहां तीनों के बीच कुछ देर नोक झोंक हुई इसके बाद किराएदारों ने गोलियों की तड़तड़ाहट की आवाज सुनी। ऐसा माना जा रहा है कि राजीव अरोड़ा ने बेसबॉल से अपनी पत्नी के सिर पर ताबड़तोड़ वार करते हुए मौत के घाट उतारा, फिर सास के सिर में गोली मारी और अंत में अपनी कनपटी पर गोली मारकर जीवन लीला समाप्त कर ली। गोली की आवाज सुनकर किराएदार ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद था।। दरवाजा तोड़ने पर मां बेटी की खून से लथपथ लाश बेड पर और राजीव अरोड़ा का शव फर्श पर पड़ा मिला।
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दिल्ली से गुस्से में आकर की वारदात……पुलिस को मौके से 32 बोर का पिस्टल व बेसबॉल भी मिला है। ऐसा माना जा रहा है कि राजीव अरोड़ा दिल्ली से ही गुस्से में पूरी तैयारी के साथ पिस्टल और बेसबॉल लेकर हरिद्वार आए थे। फॉरेंसिक टीमों ने मोबाइल फोन, बेसबॉल पिस्टल समेत अन्य सबूत अपने कब्जे में लिए हैं। यह भी पता चला है कि राजीव अरोड़ा ने काफी साल पहले प्रेम विवाह किया था उनकी एक बेटी स्कॉटलैंड रहती है। सास शकुंतला अपने पति जगदीश की मौत के बाद से बेटी और दामाद के साथ रहती आ रही थी।
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इलाज कराने देहरादून आई थी मां बेटी……
राजीव अरोड़ा के साले विनय का बेटा अर्णव देहरादून में जॉब करता है और शकुंतला अरोड़ा अपना इलाज करने के लिए बेटी सुनीता को लेकर चार-पांच दिन पहले देहरादून आई थी। रविवार को अस्पताल से छुट्टी होने पर मां बेटी हरिद्वार आ गई। टिहरी विस्थापित कॉलोनी में मकान भी शकुंतला के नाम बताया जा रहा है। वहीं पुलिस कप्तान प्रर्मेंद्र डोबाल ने बताया कि रिश्तेदारों को सूचना दे दी गई है, उनके आने पर ही घटनाओं के बारे में काफी कुछ साफ हो पाएगा।