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परिंदों के “प्याऊ बांटकर ख़िदमत ए ख़ल्क़ का हक अदा कर रहे खुशतर मियां..

50 बरस से पूरी दुनिया में गूंज रहा बाबा अरशद चिश्ती का पैगाम...

पंच👊नामा-ब्यूरो
अजमेर: रूहानियत का मरकज़, बे-कलों के दिल का चैन, हिन्द के राजा ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती गरीब नवाज (रह.) के दरबार से अनगिनत लोग फ़ैज़याब होते है। इसी दरबार के गुलामाने खादिम सैय्यद अरशद चिश्ती, अल-मारूफ़ बाबा साहब के द्वारा चलाई गई सर्व-धर्म एकता समिति, देशभर में भाई-चारा एकता का संदेश फैला रही है। गरीब नवाज (रह.) के फैलाए दीन का प्रचार-प्रसार कर जरूरतमंदों की जरूरत को पूरा किया जा रहा है। बाबा अरशद चिश्ती के बाद समिति का जिम्मा और सुफिईज्म का प्रचार-प्रसार कर मानव जाति को एक सूत्र में बांधने का काम खादिम सैय्यद खुशतर अरशद चिश्ती पूरी लगन के साथ निभा रहे है। फकीरी जिंदगी जीने वाले और जरूरतमंदों की जरूरत पूरी करने वाले बाबा अरशद चिश्ती का पैगाम दुनियाभर में पहुँचाने का काम सैय्यद खुशतर चिश्ती के द्वारा किया जा रहा है। समिति का गठन करीब 50 वर्ष पूर्व बाबा अरशद चिश्ती ने किया था, जिसका उद्देश्य मानव सेवा, भाईचारे का पैगाम, और जरूरतमंद की जरूरत को पूरा करना है। इस 50 वर्ष में समिति लगातार मानव सेवा को बख़ूबी अंजाम दे रही है।
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परिंदों के लिए पियाऊ….
सैय्यद खुशतर अरशद चिश्ती ने पिछले कई सालों से समिति के बैनर पर एक बेहतरीन पहल की है। जिसके तहत देशभर में परिंदों के लिए मिट्टी के पियाऊ बांटे जाते है, और सभी लोगो से आग्रह किया जाता है कि गर्मी के दिनों में अपने-अपने मकान की छत पर परिंदों के लिए पियाऊ लगाए।
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सर्दी में अलाव का इंतेज़ाम…
समिति सर्दी के मौसम अजमेर शरीफ के विभिन्न चौराहों पर पुलिसकर्मियों के लिए अलाव की व्यवस्था करती है। इसके साथ ही फुटपाथ पर रहने वाले गरीब मजलूम लोगो के लिए गर्म कपड़े और कम्बल भी वितरित करती है।
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मानव को मानव से जोड़ना….
बाबा अरशद चिश्ती ने समिति का गठन मानव को मानव से जोड़ने के उद्देश्य से किया था। समिति आज भी उसी उद्देश्य पर काम करती है, सैय्यद खुशतर चिश्ती बताते है कि मानव सेवा ही ईश्वर सेवा है। वो कहते है कि ख़िदमत-ए-ख़ल्क़ से होता है खुदा राजी, इश्क मखलूक से हो तो इबादत में शुमार होती है।

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