
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: कानून व शांति व्यवस्था मजबूत रखने और जरायम पेशेवरों पर लगाम कसने के लिए पुलिस कप्तान प्रमेंद्र डोबाल के निर्देश पर मंगलवार को ज्वालापुर पुलिस ने कई अहम कार्रवाई की। कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने क्षेत्र के 20 हिस्ट्रीशीटरों की परेड करते हुए उनसे पूछताछ की और कड़ी हिदायत दी। दूसरी तरफ, सोमवार की रात हाईवे किनारे सर्विस लेन पर स्कूटी सवार युवती की पिटाई करने वाली तीनों महिलाओं को भी पुलिस ने वायरल वीडियो के आधार पर पहचान करते हुए कोतवाली बुलाया।
फटकार लगाने के बाद तीनों का पुलिस एक्ट में चालान किया गया।
—————————————ज्वालापुर क्षेत्राधिकारी अविनाश वर्मा ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से हर महीने हिस्ट्रीशीटरों की परेड करने के निर्देश दिए गए हैं। जिस पर अमल करते हुए कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटरों को कोतवाली बुलाकर उनकी परेड कराई और उनसे विस्तृत पूछताछ की।
सभी को हिदायत दी गई कि वह अपना आचरण सुधार कर सामान्य जीवन बिताएं। चेतावनी दी गई कि किसी हिस्ट्रीशीटर की असामाजिक क्रियाकलाप में संलिप्तता पाई जाती है तो मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने में देर नहीं की जाएगी।
साथ ही पुलिसकर्मियों को भी निर्देशित किया कि जो भी हिस्ट्रीशीटर परेड में अनुपस्थित रहेगा। उसके खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई की जाएगी।
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रास्ते को लेकर हुआ था विवाद…..
कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि सोमवार रात सीतापुर बाईपास के सामने रवि विहार कॉलोनी के सामने कुछ महिलाओं का आपस में झगड़ा हो गया था। जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में कुछ महिलाएं एक युवती को पीट रही थी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तब तक दोनों पक्ष वहां से जा चुके थे। वायरल फुटेज के आधार पर जांच की गई तो पता चला कि तीनों महिलाएं ज्वालापुर की ही रहने वाली हैं।
जिनका रास्ते में निकलने को चलते हुआ। विवाद इतना बढ़ा गया कि मामला अभद्रता और मारपीट तक पहुंच गया। पुलिस ने आरोपी पूनम, प्रीति और मोनिका निवासीगण सीतापुर ज्वालापुर को कोतवाली बुलाकर उन्हें कायदे से डांट लगाई। पुलिस अधिनियम की धारा में चालान किया।
आरोपी महिलाओं ने अपने व्यवहार के लिए खेद प्रकट करते हुए माफी मांगी और भविष्य में इस तरह का आचरण न करने का वचन दिया। महिलाओं व साथ में आए परिजनों को यह बताया गया कि किसी भी प्रकार का झगड़ा, वाद विवाद में स्वयं कानून को हाथ में न लेने व 112 नंबर पर सूचना देने की जानकारी दी गई।